Chaibasa:- पश्चिमी सिंहभूम जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत बरकुन्डिया के ग्रामसभा सचिव सुरेन्द्र बुडी़उली की अध्यक्षता में शनिवार को पेसा कानून (24 दिसम्बर 1996) की 26वां वर्षगांठ मनाया गया.

 

इस दौरान सुरेन्द्र बुडी़उली ने कहा कि पेसा कानून अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजातियों के लिए अधिकारिक कानून है. इसे सभी युवा पीढी़यों को पढना चाहिए और जानकारी होना चाहिए. सांसद सदस्य श्रद्धेय दिलीप सिंह भूरिया के नेतृत्व में 1996 को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा कानूनी मन्यता प्राप्त है. जो कि “अपना गाँव में अपना राज” कहा जाता है. बिना ग्राम सभा का किसी भी योजना या विस्थापन को मन्यता नहीं होग. इस लिए अनुसूचित क्षेत्रों में रहने वालों के लिए पारंपरिक ग्राम सभाओं के माध्यम से स्वशासन सुनिश्चित करना है और ग्राम सभा को सशक्त बना कर ग्राम के विकास को गति प्रदान करना है. मौके पर सतीश बुडी़उली, गुलिया कुदादा, जयकिशन बिरुली, बिरसिंह बिरुली, गोसा बुडी़उली, रामकृष्ण बुडी़उली, श्याम कुदादा, जगरनाथ गोप, दुम्बी बुडी़उली, जिमदार बुडी़उली, बागुन बुडी़उली, समीर बिरुली, कबीर सिंह बिरुली, सोमा बुडी़उली, मडा़की बुडी़उली आदि ग्रामीण उपस्थित थे.

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