Majhganv:- मझगांव प्रखंड क्षेत्र में पिछले 1 सप्ताह से 25 से 30 जंगली हाथियों के झुंड ने अलग-अलग पंचायतों के गांवों में जमकर उत्पात मचा रहा है. क्षेत्र के गरीब ग्रामीणों के घरों को निशाना बनाकर घर तोड़ रही है और घर में रखें धान चावल गेहूं सहित अन्य सामग्री को नष्ट कर दे रही है. हाथियों के झुंड ने प्रखंड के अलग-अलग गांव के कई घरों को तोड़ दिया और वन विभाग अब तक इन घटनाओं से मुख दर्शक बनी हुई है. ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी वन विभाग के कर्मी सिर्फ मुआवजा के नाम पर खानापूर्ति कर रहे हैं. जंगली हाथियों के झुंड ने 1 सप्ताह के अंदर घोडाबंधा, अंगरपदा, अधिकारी सहित अन्य पंचायतों के गांव में जमकर उत्पात मचाए हुए हैं. प्रत्येक दिन रात को किसी ना किसी गांव में आक्रमण कर गरीब ग्रामीणों के घर को तोड़ रही है और उसमें रखे धान चावल खाकर सामग्री को भी नष्ट कर दे रही है. हाथियों के उत्पात से क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत फैला हुआ है.

जंगल समीप रहने वाले परिवार के लोग घर छोड़कर दूसरे घरों में शरण लेने को विवश हो रहे हैं. बीते देर रात से रविवार अहले सुबह तक हाथियों के झुंड ने आम्बाईमारचा गांव के उदाय कारवां एवं अन्य के घर पर आक्रमण कर घर को तोड़ दिया और घर में रखें धान का पुडा और राशन के गेहूं चावल को भी खाकर चट कर गया. उसके बाद झुंड ने घर के सामग्री को भी तोड़ डाला जिससे परिवार वालों को हजारों रुपए का नुकसान हो गया. जब हाथियों ने घर को तोड़ रहा था तो परिवार के लोग घर के अंदर पर ही थे. जैसे ही परिवार के लोगों को मालूम पड़ा कि हाथियों का झुंड हमारे घर को तोड़ रहा है तो उन्होंने अंधेरे का सहारा लेकर चुपके से भाग निकले और पड़ोस के घरों में जाकर शरण लिया.  घटना की जानकारी के बाद अधिकारी पंचायत मुखिया चंद्रभूषण पिंगुवा पीड़ित परिवार के यहां पहुंचकर आर्थिक सहायता प्रदान की और उन्होंने वन विभाग को सूचना देकर मुआवजा का मांग किया मालूम हो कि बीते शनिवार को भी इसी झुंड के हाथियों ने आम्बाईमार्चा गांव निवासी विश्वामित्र मुखी घर को तोड़कर धान चावल खा गए थे और घर का सामग्री को तोड़ दिया था. यह सिलसिला पिछले 1 सप्ताह से चलता आ रहा है, अब भी जंगली हाथियों का झुंड गांव के नजदीक के जंगलों में डेरा जमाए हुए हैं, इतने उत्पाद के बाद भी वन विभाग के कर्मी तमाशा बीन है, अगर वन विभाग द्वारा साथियों को खदेड़ कर क्षेत्र से बाहर कर दे तो लोगों को हो रहे नुकसान से बच सकता है और लोग चैन का नींद ले सकते हैं.

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