Chaibasa :- चाईबासा अधिवक्ताओं ने अमित कुमार आयकात, बैधनाथ आयकात, अमित कुमार आयकात की पत्नी संध्या आयकात पर झूठा मुकदमा दर्ज करने के खिलाफ समाहरणालय पहुंच कर डीसी-एसपी को सौंपा मांग पत्र सौंपा. साथ ही उनके साथ मारपीट करने वाले अभियुक्त की गिरफ्तारी नही होने को लेकर अधिवक्ताओं में आक्रोश व्यक्त किया.

 

 

   बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर पासवान 

बता दें कि विगत 24 अक्टूबर को चाईबासा के अधिवक्ता पर हुए जानलेवा हमला के बाद अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पश्चिम सिंहभूम जिले के अधिवक्ता उपायुक्त दरबार पहुंचे. जहां पर उन्होंने उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपकर अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की. सदर थाना क्षेत्र के बड़ा नीमडीह में अधिवक्ता के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों की 1 माह बीतने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. जिससे पीड़ित परिवार में पुलिस प्रशासन के खिलाफ रोष है. पिटाई से घायल अधिवक्ता अमित कुमार आयकत ने कहा कि 24 अक्तूबर को दिन के करीब 11 बजे उसके साथ पड़ोसी श्रीकांत पोद्दार, उसकी मां पार्वती पोद्दार व रिया पोद्दार ने मिलकर रड और लात-घूसों से मारपीट की थी. जिससे उनकी पसली की हड्डी टूट गयी है. उन्होंने पड़ोसी श्रीकांत, पार्वती और रिया पोद्दार के खिलाफ सदर थाना में मारपीट व जानलेवा हमला का मामला दर्ज कराया है.

साथ ही चाईबासा सदर अस्पताल की व्यवस्था पर भी के सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि जब घटना घटी उसके बाद वह थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने जिसके बाद उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। मगर वहां पर ना तो डॉक्टर थे और ना ही अटेंड करने वाला कोई विशेष कर्मचारी, जिस डॉक्टर को वंहा रहना चाहिए था वह भी बिना अस्पताल को सूचना दिए छुट्टी पर चला गया। जिस वजह से अधिवक्ता की जांच नहीं हो पाई और जब जमशेदपुर ले जाया गया तो वहां पर पता चला कि अमित आयकर जो एक अधिवक्ता है उनकी दो पसली टूटी है।

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