Adityapur:  आरआइटी थाना क्षेत्र अंतर्गत एलआईजी कॉलोनी स्थित एलआर 38 मकान को अवैध कब्जे कर उसमें निर्माण कराने का मामला सामने आया है.इस मामले में पुलिस की भुमिका संदेह के घेरे में है.

मकान में अवैध निर्माण के खिलाफ झारखंड राज्य आवास बोर्ड के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के निर्देश पर जमशेदपुर प्रमंडल आवास बोर्ड द्वारा स्थानीय आरआइटी थाना में दो बार पत्राचार किया गया.जिसमें बताया कि मकान में रहने वाली बेबी पाठक नामक महिला द्वारा मकान के मूल संरचना को पूर्णत: ध्वस्त कर पिलर देकर पक्का मकान का निर्माण कराया जा रहा है। उक्त स्थान पर किया जा रहा निर्माण कार्य पुर्णत: अवैध है तथा इसको लेकर किसी भी विभाग से अनुमति नहीं ली गयी है। आवास बोर्ड जमशेदपुर प्रमंडल के पत्र के अनुसार बीते 20 मार्च को भी आरआइटी थाने में लिखित शिकायत की गयी थी। लेकिन पुलिस ने इसपर गंभीरता नहीं दिखायी और पुन: 30 अप्रैल को रविवार सरकारी अवकाश का फायदा उठाते हुए यहां अवैध निर्माण का काम शुरू करवाया गया।
चार घंटे बाद पहुंची पुलिस
इस अवैध निर्माण में आरआइटी पुलिस द्वारा देर से कार्रवाई करना संदेह उत्पन्न करता है. आवास बोर्ड के वरीय अधिकारियों के अनुसार उक्त मकान के आवंटी की मौत हो चुकी है. उसके परिवार में केवल उसके पुत्र ही जीवीत है तो कि अभी नाबालिग है और जमशेदपुर से बाहर है. जिसका फायदा उठाते हुए अवैध रूप से आवासित लोगो द्वारा यहां मकान को कब्जा करने की नीयत से मकान को तोड़कर पुन: निर्माण करवाया जा रहा है.
बिना कागजात के किया निर्माण , थानेदार ने जांच की बात कही
इस प्रकरण में आरआईटी थाना प्रभारी सागर लाल महाथा ने बताया कि सूचना मिलने के बाद काम को रुकवा दिया गया है. उन्होंने बताया कि मकान में रह रही महिला बेबी पाठक के अनुसार 1994 से वे उस मकान में किराएदर के रूप में रह रही थी. जबकि साल 2007  में उनके पिता ने यह मकान खरीद लिया था और पिता की मृत्यु हो चुकी है.इधर पुलिस द्वारा मकान खरीदे जाने कागजात मांगे जाने पर महिला ने असमर्थता जताई है जिसके बाद जांच का आदेश दिया गया है।
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