Adityapur : आदित्यपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत आरआईटी मोड़ के पास गुरुवार को पांच हथियार बंद अपराधियों ने डिजिटल मार्केटिंग करने वाले एक युवक का अपहरण कर लिया.
अपहरण करने के बाद आरोपियों ने युवक के परिजनों से छः लाख की फिरौती मांगी. हालांकि युवक की किस्मत ठीक थी कि बदमाशो के कार का तेल खत्म हो गया. जिसके बाद काफी देर तक अर्का जैन कॉलेज जाने वाले रास्ते में स्थित जांगलनुमा झाड़ी में पिस्तौल की नोंक पर युवक को बंधक बनाकर फिरौती की रकम की मांग करते रहे. हालांकि इसी क्रम में मामले की शिकायत आदित्यपुर पुलिस को की गई. जिसके बाद आदित्यपुर थाना के साथ तीन थानों की पुलिस युवक की खोजबीन में जुट गए. इस दौरान पुलिस ने मोबाइल फ़ोन की लोकेशन के आधार पर जिस झाड़ी में बदमाशो ने युवक को बंधक बना कर रखा था. वहां पहुंच गई. पुलिस को देख बदमाश मौके से फरार हो गए. इधर पुलिस अविलंब अपहृत सुमित राज पटेल को बरामद कर लिया. वहीं पुलिस ने अपहरण में प्रयुक्त कार को बरामद कर लिया है.
इधर, पुलिस पीड़ित के बयान के आधार पर अपहरण का मामला दर्ज कर आरोपियों की तालाश शुरू कर दिया है. पीड़ित ने बताया की इस अपहरण में मुख्य रूप से पटना का रहनेवाला सुदर्शन सराफ शामिल है. जो की युवक के साथ पहले डिजिटल मार्केटिंग के काम में जुड़ा था. पीड़ित ने बताया की उसे जुगसलाई एक व्यक्ति डिजिटल मार्केटिंग में पैसा लगाने को लेकर फोन किया था. जिसे मिलने के लिए पीड़ित अपने सीनियर अरविंद के साथ आरआईटी मोड़ के पास पहुंचा. जिसके बाद अरविंद के सामने सुमित को पिस्तौल की नोंक पर कार में खींच लिया. अरविंद शोर मचाते रहा, इस दौरान कार को आरोपी लेकर निकल गया. अपहृत युवक को आरआईटी मोड़ से लेकर सीतारामपुर डैम होते हुए अर्का जैन कॉलेज के रास्ते में जा रहा था. इसी क्रम में कर का पेट्रोल खत्म हो गया.
इस दौरान अपहरणकर्ता 8002508801 नंबर से अपहृत युवक के परिवार के लोगो से लगातार फिरौती मांगते रहा. कार में तेल खत्म होने के बाद बदमाश काफी मजबूर हो गया. इस दौरान अपहृत युवक को पिस्तौल की बट से मारकर बुरी तरह जख्मी भी कर दिया था. इसी क्रम रात 11.30 बजे पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई. जिसके बाद अपहृत युवक को बरामद कर लिया गया.
पीड़ित एनआईटी से है पासआउट
पीड़ित आदित्यपुर के गोकुल नगर का रहने वाला है, वह एनआईटी से पास आउट है. युवक किपट्टो करंसी कंपनी में डिजिटल मार्केटिंग का काम करता था. जिसमे अच्छा खासा पैसा कमा रहा था. सुदर्शन सराफ भी उसी कंपनी का एजेंट था. जिसे पता था की सुमित बहुत पैसा कमा रहा है. जिसके बाद अपहरण की साजिश रची और जुगसलाई के साथ शहर के कुछ बदमाशो के साथ इस घटना को अंजाम दिया.