Adityapur: आईएडीवीएल जमशेदपुर के तात्वावधान में शनिवार की शाम आदित्यपुर में चर्म रोगो के नवीन तकनिक आधारित उपचार को लेकर एक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मलेन में बातौर मुख्य अतिथि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता शामिल हुए।
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पत्रकारो से बातचीत के क्रम में मंत्री ने कहा कि कोविड 19 के बाद लोगो में स्वास्थ्य संबंधित समस्याऐं बढ़ी है। चर्मरोग भी कई कारणों से फैलता है। इस सेमिनार में देश के कई क्षेत्रों से विशेषज्ञ यहां आये है जो इलाज के पद्धति का आदान प्रदान करेंगे। कोरोना के बाद बिमारियों पर शोध लगातार चल रहा है। इसमें कई नवीतम खोज हुआ है। कार्यक्रम में पीजीआई चंडीगढ़ के एचओडी डॉ. संजीव हांडा, आईएडीवीएल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव शर्मा, डॉ देबजीत कर, दिल्ली से आए राष्ट्रीय वीपी डॉ विनय सिंह, डॉ पूजा पांडे समेंत कई चिकित्सक शामिल हुए जिन्होने चर्म रोग के नए उपचार को लेकर कई प्रयोग पर चर्चा किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आईएडीवीएल जमशेदपुर के अध्यक्ष डॉ ए एन झा और डॉ. राजीव ठाकुर ने किया। इस दौरान डॉ आर कुमार, डॉ पी के बारला, डॉ निशा मुंडा, डॉ बनश्री मजूमदार, डॉ एसथर निमिषा, डॉ एस एन सिंह डॉ पल्लवी, डॉ बिनोद कुमार, डॉ दीप अनुराग समेंत रांची, धनबाद के कई चर्मरोग विशेषज्ञ शामिल हुए।
कोविड से निपटने की पुरी तैयारी: मंत्री
मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना के नये वेरियंट ने एकबार फिर देश के एक दो राज्यों में दस्तक देकर चिंता जरूर बढ़ाया है। लेकिन अबतक झारखंड में इस सिक्यूएंस का एक भी मामला नहीं है। राज्य में नये वेरियंट की जांच के लिए जिनोम सिक्योंसिंग मशीन भी आ चुका है। राज्य में आरटीपीसीआर के 27 लैब स्थापित हो चुके है। जिसमें 12 चालू है और बाकी आईसीएमआर से अनुमति मिलने के बाद फंग्शनल हो जाएगा। राज्य में 110 पीएस प्लांट स्थापित हो चुके है, 5 हजार 226 नॉन आईसीयू बेड, 11 हजार 333 आईसीयू बेड तैयार हो चुका है.