Adityapur: आदित्यपुर थाना क्षेत्र में अवैध बालू का उठाव सरकार, प्रशासनिक अधिकारियों के लाख कोशिश के बावजूद शायद नहीं रुक सकता. इसी का नतीजा है कि बार-बार अधिकारियों के सख्त होने के बाद कुछ दिन तो अवैध बालू का उठाव बंद रहता है. लेकिन फिर मामला ठंडा होने पर जिम्मेदार पुलिस पदाधिकारी माफियाओं से हाथ मिलाकर सेटिंग कर लेते हैं और गोरखधंधा शुरू हो जाता है.
ताजा मामला एक बार फिर आदित्यपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खरकई टीओपी के जयप्रकाश उद्यान घाट और सालडीह नदी घाट का है, जहां मीडिया में खबरें प्रकाशित होने और वरीय अधिकारियों द्वारा नकेल कसने पर बंद हुआ अवैध बालू का उठाव एक पखवाड़े के बाद फिर से रात के अंधेरे में चोरी छुपे शुरू हो गया है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार बालू माफियाओं ने आदित्यपुर थानेदार और खरकई टीओपी के प्रभारी को बड़े आसानी से सेट किया है.हवाला दिया गया है कि देर रात कम समय के लिए उठाव होगा, जिसकी भनक किसी को नहीं लगेगी. सूत्र बताते हैं कि रात 12 के बाद सुबह 4 बजे से पहले जबरदस्त अवैध बालू का उठाव खेल चलता है. जितने देर तक इन क्षेत्रों से बालू उठाव होता है ,उतने देर तक पुलिस की गस्ती टीम वहां आसपास भी नहीं भटकती, जो इशारा करता है कि डील हो चुकी है.
जयप्रकाश उद्यान से ट्रैक्टर और सालडीह घाट से बोरे में बालू उठाव का काम शुरू
मिली जानकारी के अनुसार बीते तीन दिनों से आदित्यपुर के जयप्रकाश उद्यान जो खरकई टीओपी के ठीक बगल स्थित है वहां देर रात दो ट्रैक्टर और एक 407 वाहन लगाकर 4 घंटे तक धड़ल्ले से बालू उठाव का कार्य होता है, इसके अलावा साल्डीह नदी घाट जहां अब दिन के बजाय रात में बालू माफिया मजदूरों से बोरा में भरकर बालू का उठाव करवाते हैं, ताज्जुब की बात है कि थानेदार और खरकई टीओपी प्रभारी को सरकार या सरायकेला जिले के वरीय अधिकारियों का तनिक भी भय नहीं है जो सेटिंग कर बालू के खेल को फिर से खिला रहे हैं। इधर इस मुद्दे पर खरकई टीओपी के प्रभारी मनोज कुमार सिंह से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी प्राप्त नहीं है, उन्होंने बताया कि खरकई टीओपी में पुलिस बल की कमी है, जो अवैध बालू उठाव रोकथाम के लिए पर्याप्त नहीं है।