Adityapur Industrial Achievement: चाइना प्रोडक्ट को टक्कर देने के साथ ईको- ग्रीनसिस्टम बढ़ावा देने आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में तैयार हो रहा यू-पीवीसी प्रोडक्ट
Saraikela: ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “मेक इन इंडिया” के परिकल्पना को आगे बढ़ाते हुए “लोकल फॉर वोकल” अभियान के कड़ी के तहत अब सरायकेला जिले के आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में इको ग्रीन सिस्टम पर आधारित प्रोडक्ट्स बनाए जा रहे हैं, जो वैश्विक स्तर पर चाइना के उत्पाद को भी टक्कर देंगे.
सरायकेला जिले के गम्हरिया औद्योगिक क्षेत्र स्थित है खेतान एक्सट्रूसन प्राइवेट लिमिटेड यू-पीवीसी प्रोडक्ट्स के तहत लकड़ी से बनने वाले खिड़की दरवाजे के बजाय यू-पीवीसी प्रोफाइल्स से बेहतरीन क्वालिटी के खिड़की -दरवाजे को तैयार कर रही है. इसके अलावा एलुमिनियम से बनाए जाने वाले उत्पाद जो अधिक कीमती होते हैं. उसके अपेक्षा यूपीवीसी प्रोडक्ट सस्ता और टिकाऊ भी है. कंपनी पूर्वोत्तर भारत की पहली इकाई है. जहां यूपीवीसी प्रोडक्ट का ना सिर्फ निर्माण हो रहा है बल्कि पूरे भारत में आपूर्ति की जा रही है. कंपनी इको ग्रीन सिस्टम बढ़ावा देने के मॉडल पर कार्य कर रही है जिसके तहत प्रोडक्ट्स का निर्माण हो रहा है.
सार्क देशों में प्रोडक्ट हो रहे हैं इंपोर्ट
गम्हरिया औद्योगिक क्षेत्र स्थित खेतान एक्सट्रूसन कंपनी के डायरेक्टर राहुल खेतान बताते हैं कि महज 18 महीने पूर्व इन्होंने इको ग्रीन सिस्टम पर कार्य करना शुरू किया. जिसे लेकर इन्होंने यू-पीवीसी प्रोडक्ट पर शोध करते हुए कंपनी की शुरुआत की. आज इनके प्रोडक्ट सार्क देश जैसे नेपाल, भूटान, तिब्बत में इंपोर्ट किए जा रहे हैं. इन्होंने बताया कि जल्द ही यूरोपियन कंट्री तक प्रोडक्ट्स को पहुंचाने की कवायद शुरू की जाएगी।
चाइना इंपोर्ट को दे रहे टक्कर
मेक इन इंडिया विजन के तहत यू-पीवीसी प्रोडक्ट पर रिसर्च एंड डेवलपमेंट कर इसे एक बेहतरीन उत्पाद के तौर पर तैयार किया गया. कंपनी के डायरेक्टर राहुल खेतान बताते हैं कि भारत समेत पूर्वोत्तर राज्यों में यू-पीवीसी मटेरियल लगातार इंपोर्ट हो रहा था. काफी अनुसंधान के बाद उनने अपने प्रोडक्ट को तैयार किया. जो चाइना इंपोर्ट को रोकने में अब सहायक साबित हो रहा है. इन्होंने बताया कि चाइना उत्पाद के मुकाबले गुणवत्ता पूर्ण उत्पाद बनाया है जो भारतीय बाजार के हिसाब से डिजाइन किया गया है, हालांकि चाइनीस उत्पाद के अपेक्षा इन प्रोडक्ट के मूल्य अधिक है लेकिन गुणवत्ता के मामले में प्रोडक्ट भारतीय होने के नाते टिकाऊ है।