Adityapur: आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र अंतर्गत तृतीय चरण स्थित जिबासियां कंपनी को एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) को झारखंड राज्य का एकमात्र जेड गोल्ड सर्टिफिकेट मिला है। आदित्यपुर औद्योगिक विकास प्रक्षेत्र (जियाडा) के जिबासिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने यह पुस्कार पाकर राज्य का मान बढ़ाया है।
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कंपनी के एमडी राजेंद्र कुमार ने बताया झारखंड से 1371 एमएसएमई उद्योगों ने इसके लिए आवेदन किया था, जिसमे एकमात्र इस कंपनी को गोल्ड सर्टिफिकेट मिला है। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि कोई भी उपक्रम एमएसएमई के 80 स्थापित मानकों की जांच के दो चरणों में सफलता पाकर सर्वोच्च प्रमाणन का हकदार बनता है। देश में 14.5 लाख एमएसएमई में से 155 इकाइयों को प्रमाणन मिला है। उन्होंने कहा कि जिबासिया इंडस्ट्रीज जेड गोल्ड सर्टिफिकेट पाने वाला राज्य का पहला दलित एमएसएमएई है। इसके प्रोपराइटर राजेंद्र कुमार झारखंड में पढ़-लिखकर अपना कारोबार चला रहे हैं। बेहतर कार्यस्थल के साथ बेहतर काम और बेहतरीन उत्पाद उनका ध्येय है। यह प्रमाणन कंपनी के हर सदस्य के योगदान का परिणाम है। उनकी कंपनी कन्वेयर्स, आइडलर्स, रॉलर्स, आइडल फ्रेम, ड्रम पुली और हेवी फ्रेबिकेशन का काम करती है।
क्या है एमएसएमई का जेड सर्टिफिकेशन
एमएसएमई की उत्पादकता को बढ़ावा देने और पर्यावरण संरक्षण में उनका योगदान बढ़ाने के लिए यह योजना लॉन्च की गई। इसे पाने के लिए कुछ मानक तय हैं, जिनका पालन उत्पाद के निर्माण के वक्त करना होता है। उत्पाद के निर्माण में उद्योग द्वारा निकले कचरे, ऊर्जा खपत और पर्यावरण को हो रहे नुकसान आदि के आधार पर ही उत्पाद की रेटिंग दी जाती है। रेटिंग की चार कैटेगरी- ब्राउन, गोल्ड, डायमंड और प्लेटिनियम है।
क्या हैं उद्यमियों के लिए फायदे
जेडईडी सर्टिफिकेट प्राप्त एक सूक्ष्म, लघु या मध्यम उद्योग को सरकारी योजनाओं में प्राथमिकता मिलती है। सरकार ने अब घोषणा की है कि जेडईडी सर्टिफाइड एमएसएमई को देश और विदेश में होने वाले व्यापार मेलों और प्रदर्शनियों में अपने स्टॉल लगाने के लिए स्टॉल खर्च के रूप में 4 लाख तथा हवाई यात्रा खर्च और माल ढुलाई खर्च पर 2 लाख 25 हजार सब्सिडी देगी। वहीं बैंक ऋण में अधिकतम 1 प्रतिशत छूट भी मिलेगा। इसके आलावा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए चलाई गई योजना का उद्देश्य छोटे-मझोले उद्यमों में वेस्टेज को कम करते हुए उन्हें पर्यावरण हितैषी तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। जेडईडी सर्टिफिकेशन भारतीय कंपनियों को वैश्विक कंपनियों से मुकाबला करने में सक्षम बनाएगा।