आदित्यपुर: लोक आस्था का महापर्व को लेकर बीते कई माह से विभिन्न सामाजिक संगठन द्वारा छ्ठ घाटो की मरम्मती, साफ सफाई की मांग की जा रही थी। लेकिन जिले के आला अधिकारियों ने महापर्व के एक दिन पहले छठ घाटों का निरीक्षण किया सरायकेला उपायुक्त रविशंकर शुक्ला, एसपी डॉ. विमल कुमार, एसडीएम पारुल सिंह, सीओ गिरेंद्र टूटी, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रवीण कुमार समेंत पुलिस प्रशासन की टीम विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया।

आदित्यपुर के मार्ग संख्या 32 छठ घाट पहुंचे उपायुक्त ने देखा की नदी का पानी नालियों के पानी से पूरा प्रदूषित हो गया। है। घाट के किनारे मरी मछली देखा गया। मूर्ति विसर्जन के बाद अबतक नहीं की सफाई नहीं कराई गई। अब नदी में खरकई बराज से पानी छोड़ने पर बल दिया जा रहा है, ताकि पवित्रता के इस पावन पर्व में छठव्रती भगवान भास्कर को अर्घ्य दे सकें। शुक्रवार को जिला उपायुक्त आदित्यपुर गम्हरिया के विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया, इस दौरान कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के क्रम में निवर्तमान मेयर विनोद श्रीवास्तव, अधिवक्ता ओमप्रकाश, नगर पर्षद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह, विनय कृष्ण राजू, निरंजन मिश्रा, गुड्डू झा, पप्पू ठाकुर, अमरेश, अंकित, आदित्यपुर थाना प्रभारी राजन कुमार, आरआईटी थाना प्रभारी सागर लाल महथा, ट्रैफिक थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह आदि मौजूद थे।

रेलवे के बांध से नहीं निकल रहा नाला का पानी

मार्ग संख्या 32 छठ घाट पर रेलवे का रेल लाइन ब्रिज बनाने में नदी पर एक अस्थाई बांध बनाया गया, जिसे रेलवे के ठेकेदार ने वैसे ही छोड़ दिया है, इस वजह से नाला का पानी मार्ग संख्या 32 छठ घाट पर जमा है, पानी इतनी जहरीली हो चुकी है कि मछलियां मर रही है, इस गंदा पानी में छठ का अर्घ्य देना नामुमकिन है।

कुलूपटांगा छठ घाट को बालू माफिया ने कर दिया बर्बाद

आदित्यपुर के मार्ग संख्या 19 कुलूपटांगा छठ घाट को उत्खनन माफिया ने पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। नगर निगम क्षेत्र के सबसे बेहतर छठ घाट पर अब बालू की जगह नुकीले पत्थर है। छठ घाटों का निरीक्षण करने पहुंची प्रशानिक टीम के समक्ष स्थानीय लोगो ने बालू के अवैध उत्खनन का विरोध किया। लोगो ने बताया की बालू माफिया मजदूरों को प्रति बोरा पर बालू उत्खन करवाकर मोटी रकम वसूल रहे है। लेकिन पुलिस जानते हुए भी कारवाई नहीं करती।

गाजिया बराज से छोड़ा गया पानी

उपायुक्त के निरीक्षण के उपरांत खरकाई नदी में गजिया बराज से पानी छोड़ा गया। संभवतः शाम तक नदी में पानी आने की संभावना है।

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