Adityapur: आदित्यपुर थाना क्षेत्र स्थित खरकई टीओपी से सटे जयप्रकाश उद्यान घाट से चोरी-छिपे जारी बालों उठाव अब बड़े पैमाने पर खुलकर हो रहा है. जिसे रोकने में स्थानीय आदित्यपुर पुलिस नाकाम है. पिछले वर्ष नवंबर महीने में सरायकेला एसडीपीओ हरविंदर सिंह के नेतृत्व में अवैध बालू उठाव को लेकर जयप्रकाश उद्यान में छापेमारी के बाद से बालू का उठाव बंद था. लेकिन विगत 3 दिनों से फिर से बालू का अवैध उठाव कर स्टॉक किया जा रहा है. जिस पर कार्रवाई ना करना स्थानीय आदित्यपुर पुलिस की भी भूमिका को संदिग्ध रूप से दर्शाता है.

जयप्रकाश नगर में अवैध बालू स्टॉक का स्थल

Adityapur hotel: आदित्यपुर के होटल में डीआईजी के निर्देश पर छापेमारी, पुलिस ने जब्त किया रजिस्टर, आपत्तिजनक सामान बरामद

 

जयप्रकाश नगर से सटे घनी आबादी वाले क्षेत्र में खाली पड़े जमीन पर बालू का भंडारण किया जा रहा है. देर रात ट्रैक्टर से बालू का उठाव कर यहां स्टॉक किया जाता है.रात भर ट्रैक्टर के चलने से स्थानीय लोगों की नींद हराम हो रही है .स्थानीय लोगों ने बताया कि रात 1 बजे के बाद और सुबह 4 बजे तक बालू का उठाव और भंडारण किया जा रहा है. बताया जाता है कि इन्हीं लोगों द्वारा पूर्व में भी यहां से बालू का अवैध उठाव किया जाता था.जो एसडीपीओ के कार्रवाई के बाद कुछ दिनों तक बंद था. लेकिन सांठगांठ से फिर बालू उठाव गोरखधंधा धड़ल्ले से शुरू हो गया है. इस संबंध में जब जानकारी लेने के लिए आदित्यपुर थाना प्रभारी के मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया, ना ही वापस कॉल बैक किया.

http://राष्ट्रीय इप्टा के 80 वर्ष पूरे होने पर चाईबासा शाखा ने मनाया स्थापना दिवस

एसडीपीओ ने कही कार्रवाई की बात

जयप्रकाश उद्यान से फिर शुरू हुए अवैध बालू उठाव मामले को लेकर सरायकेला एसडीपीओ हरविंदर सिंह ने बताया है कि वह मामले की पड़ताल करेंगे और फिर कार्रवाई करेंगे. गौरतलब है कि बीते वर्ष नवंबर महीने में धड़ल्ले से बालू उठाव मामले को लेकर देर रात एसडीपीओ ने छापामारी कर जय प्रकाश उद्यान से 9 ट्रैक्टर ज़ब्त किए थे .इधर खरकाई टीओपी प्रभारी मनोज सिंह से जब बालू उठाव संबंधित जानकारी प्राप्त की गई तो उन्होंने बताया कि वह विगत डेढ़ महीने से ट्रेनिंग के लिए सरायकेला पुलिस लाइन में है और फिलहाल टीओपी का प्रभार किसी हवलदार के पास है. इन्होंने बताया कि वे भी वरीय अधिकारियों को मामले से अवगत कराएंगे.

 

आदिवासी-संथाल समाज को ठग रही है हेमंत सोरेन की सरकार : रमेश हांसदा

 

Share.
error: Content is protected !!
Exit mobile version