Adityapur : सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) भारत सरकार द्वारा गुरुवार को “एमएसएमई – संवाद” कार्यशाला का आयोजन आदित्यपुर ऑटो क्लस्टर ऑडिटोरियम में किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत में एमएसएमई इकाइयों की लागत को कम करने, उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने और उद्यमियों की समस्याओं के समाधान पर चर्चा करना था।
कार्यक्रम में दिल्ली से एमएसएमई के डायरेक्टर इंद्रजीत यादव, जीएसटी जॉइंट कमिश्नर अभिनव कुमार, एमएसएमई डिप्टी डायरेक्टर पवन कुमार सिंह, जिला उद्योग केंद्र से रवि प्रसाद, एसिया अध्यक्ष इंदर अग्रवाल, इसरो अध्यक्ष रूपेश कतरियार, चेंबर अध्यक्ष मानव केडिया, सीआईआई से तापस साहू तथा कार्यक्रम संयोजक सुरेंद्र शर्मा मौजूद रहे।
एमएसएमई डायरेक्टर इंद्रजीत यादव ने कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सूक्ष्म एवं लघु उद्यमियों की जमीनी समस्याओं की पहचान कर समाधान सुझाना है। उन्होंने बताया कि कार्यशाला के दौरान प्राप्त आंकड़ों को मंत्रालय को भेजा जाएगा, ताकि नीति निर्माण में उनका उपयोग किया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री लघु एवं सूक्ष्म उद्यमियों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर संवाद करेंगे।
एसिया अध्यक्ष इंदर अग्रवाल ने कहा कि छोटे उद्योगों को संचालित करने में कई प्रकार की जटिलताओं का सामना करना पड़ता है, जिन्हें खत्म किया जाना चाहिए। वहीं इसरो अध्यक्ष रूपेश कतरियार ने कहा कि जिस दर पर बड़े उद्योगों को बिजली दी जाती है, उसी दर पर छोटे उद्योगों को भी मिलनी चाहिए ताकि वे प्रतिस्पर्धा में टिके रह सकें।