Aadityapur: सरायकेला जिले के आदित्यपुर स्थित एनआईटी जमशेदपुर में बहुप्रतीक्षित 1300 बेड वाले अत्याधुनिक छात्रावास निर्माण को लेकर महाशिवरात्रि के मौके पर शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने योजना का भूमि पूजन और शिलान्यास किया। मौके पर शिक्षा राज्य मंत्री के साथ पश्चिम सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा आदित्यपुर नगर निगम के मेयर विनोद श्रीवास्तव भी मौजूद थे।

शिलान्यास सह भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होते हुए शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि कई दिनों से उनकी इच्छा थी कि वे एनआईटी भ्रमण पर आए ,लेकिन आज महाशिवरात्रि के पावन मौके पर यह शुभ अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, और जय अनुसंधान की जो बात कही है वह पूरा होता दिख रहा है। मंत्री ने कहा कि अनुसंधान के बदौलत राज्य प्रगति कर सकता है। प्रधानमंत्री भी इस दिशा में लगातार प्रयत्नशील हैं। अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि 1300 बेड वाले छात्रावास बन जाने से छात्रों को पठन-पाठन में सुविधा प्राप्त होगी। इसके अलावा वे अनुसंधान के क्षेत्र में भी बेहतर कर पाएंगे। अन्नपूर्णा देवी देवी ने कहा कि एनआईटी जमशेदपुर देश के सर्वश्रेष्ठ 100 तकनीकी संस्थानों में आज 90 वे स्थान पर है। जो गर्व की बात है हैं। संस्थान बेहतर कर आगे अपने रैंकिंग को बढ़ाये इन्होंने कहा कि एनआईटी जमशेदपुर में शिक्षण और अनुसंधान की गुणवत्ता बरकरार है जो भविष्य के लिए शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि 2047 में देश का क्या स्वरूप होगा इसे लेकर प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अभी से प्रयास किए जा रहे हैं। मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि इस साल बजट में प्रधानमंत्री ने 44 हज़ार करोड  तकनीकी शिक्षा उच्च शिक्षा के लिए आवंटित की हैं जो गत वर्ष की अपेक्षा 8% अधिक है। इसके साथ नए तकनीकी और डेटा पद्धति का इस्तेमाल कर अधिक से अधिक रोजगार सृजन हो रहे हैं।

निदेशक डॉ. करूणेश कुमार शुक्ला के प्रयास से योजना उतरी धरातल पर, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पाठ्यक्रम संचालित

कार्यक्रम में निदेशक निदेशक करुणेश शुक्ला ने बताया कि अमेठी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं जिसमें थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्कल तौर पर भी छात्रों को विषयों की जानकारी प्रदान की जा रही है। कुल 125 करोड़ की लागत से बनने वाले 13 सौ बेड वाले छात्रावास में 1000 बेड छात्रों के लिए बनेंगे जबकि 300 बेड छात्राओं के लिए बनाए जाएंगे। एनआईटी के निदेशक डॉ करुणेश कुमार शुक्ला ने बताया कि उक्त योजना की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। जिसे लेकर संस्थान निरंतर प्रयासरत था। अंततः हेफा (हायर एजुकेशन फंडिंग) में प्रस्ताव लाने के बाद इसे पारित किया गया है। जिसका लाभ संस्थान में पढ़ने वाले छात्रों को मिलेगा। इन्होंने बताया कि छात्रावास में अत्याधुनिक सुविधाएं छात्र-छात्राओं को उपलब्ध होंगे। इनटेक क्षमता के अनुरूप छात्रावास संख्या बढ़ाने की जरूरत महसूस हो रही थी।

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