Chaibasa :- संप्रेक्षण गृह और संबंधित बाल गृहों में आवासीत बच्चों के सुरक्षा एवं संरक्षण से संबंधित विषयों पर गुरुवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में प्राधिकार के अध्यक्ष सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विश्वनाथ शुक्ला की अध्यक्षता में गहन चिंतन किया गया. इस दौरान प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उपायुक्त अनन्य मित्तल, पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर, प्रधान दंडाधिकारी किशोर न्याय परिषद तौसिफ मिराज, अन्य अधिकारी उपस्थित थे. उक्त जानकारी प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह ने दिया.

उन्होंने बताया कि संप्रेक्षण गृह और संबंधित बाल गृहों में आवासीत बच्चों के सुरक्षा एवं संरक्षण से संबंधित विषयों पर गुरुवार को गंभीर चिंतन किया गया. बैठक में बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ्य सहित सर्वांगीण विकास के सुनिश्चित अनुपालन एवं बालगृह को बोर्डिंग स्कूल की तर्ज पर एक आदर्श शिक्षण संस्थान के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई. साथ ही बच्चों के सुरक्षा मानकों पर भी गंभीरता से विचार किया गया.

बैठक में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शंकर महाराज, प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह, एपीपी, सिविल सर्जन डा बुका उरांव, जिला शिक्षा पदाधिकारी नीरजा कुजूर, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीशा कुजूर, वरिष्ठ अधिवक्ता पवन कुमार शर्मा आदि भी उपस्थित थे.

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