Saraikela:- सरायकेला जिले के खरसावां विधानसभा के टेंटपोशी के कालिया डुंगरी में अजीबो गरीब स्थिति उत्पन्न हो गई. जहां सड़क के शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर पहुंचे झामुमो विधायक दशरथ गागराई को भाजपा नेताओं एवं ग्रामीणों का भारी विरोध झेलना पड़ा. हंगामा इतना बढ़ा कि विधायक के साथ धक्का मुक्की की नौबत आ गयी. हालांकि किसी तरह से बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया गया.

 

दरअसल भाजपाई इस बात को लेकर आक्रोशित थे कि राज्य के तीन- तीन बार मुख्यमंत्री रहे वर्तमान में केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद होने के नाते मंत्री अर्जुन मुंडा का नाम सिलापट्ट में सही तरीके से नहीं लिखा गया था. इसको लेकर भाजपाइयों ने सिलापट्ट का अनावरण करने से विधायक को रोक दिया. मगर विधायक ने ऐसा करने से मना कर दिया. बताया जा रहा है कि विधायक दशरथ गगराई ने केंद्रीय मंत्री के विरोध में अनर्गल बयानबाजी भी किया, जिससे भाजपाई आक्रोशित हो उठे. भाजपाइयों के साथ स्थानीय ग्रामीण भी विधायक के बयान से खासे नाराज हो गए और विधायक का विरोध शुरू कर दिया. मामला हाथापाई तक जा पहुंचा. दोनों ओर से धक्का-मुक्की होने लगी देखते ही देखते कार्यक्रम स्थल अखाड़े में तब्दील होता दिखा, विधायक के साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह मामले को शांत कराया. उसके बाद आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. फिलहाल किसी तरफ से भी मामला दर्ज नहीं कराया गया है.

आनन-फानन में विधायक ने किया शिलान्यास

इस कार्यक्रम में मौजूद भाजयुमो जिला अध्यक्ष अभिषेक आचार्या ने पूरे कार्यक्रम को रद्द कर दोबारा शिलापट बनवाने की बात कही. समर्थकों के साथ आए स्थानीय विधायक दशरथ गागराई को यह बात अपमानजनक लगी और उन्होंने आनन-फानन में शिलापट से पर्दा हटा कर सड़क निर्माण कार्यक्रम का शिलान्यास कर दिया. शिलापट के सामने भाजयुमो अध्यक्ष खड़ा खड़े हो गए और अपना विरोध दर्ज करने लगे, जिसे विधायक ने धक्का देकर मौके से हटाने का प्रयास किया. जिसके बाद बीजेपी और झामुमो कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. इस दौरान दोनों तरफ से खूब जुबानी जंग हुई.

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