Chaibasa : पशु शल्य चिकित्सक चाईबासा डॉ.योगेन्द्र कुमार के द्वारा पशुपालकों को फ्री सैम्पल “नॉट टू बी सोल्ड” विक्रय किए जाने के आदि मामलें पर स्थानीय लोगों के द्वारा प्राप्त शिकायत को पश्चिमी सिंहभूम जिला बीस सूत्री सदस्य सह कांग्रेस जिला महासचिव त्रिशानु राय द्वारा प.सिंहभूम जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल को सहायता कोषांग के माध्यम से दी गई. जानकारी के बाद उपायुक्त के आवश्यक निर्देशानुसार एक तीन सदस्यीय जांच कमिटी बनाई गई है.

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जिला पशुपालन पदाधिकारी प.सिंहभूम डॉ. सुधाकर सिंह मुंडा की अध्यक्षता में अवर प्रमंडल पशुपालन पदाधिकारी डॉ. रंजीत कुमार भगत आदर्श ग्राम पदाधिकारी डॉ.अमरेन्द्र कुमार भूषण को सदस्य बनाया गया है.


शनिवार को शिकायतकर्ता को जिला पशुपालन कार्यालय में जांच कमिटी के समक्ष अपना साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए अपनी वस्तुस्थिति स्पष्ट करने को कहा गया था. जिसके आलोक में शनिवार को शाम लगभग चार बजे जिला पशुपालन कार्यालय, चाईबासा में पश्चिमी सिंहभूम जिला बीस सूत्री सदस्य सह कांग्रेस जिला महासचिव त्रिशानु राय की मौजूदगी में बारह शिकायतकर्ताओं ने जाँच कमिटी के समक्ष अपना साक्ष्य प्रस्तुत किया. शिकायतकर्ताओं की शिकायत को कलम बद्ध किया गया. जाँच प्रक्रिया लगभग शाम छह बजे तक चली. पशु शल्य चिकित्सक डॉक्टर योगेंद्र कुमार की कार्यशैली से पशु पालक त्रस्त है.

शिकायतकर्ताओं में क्रमशः

  1. विवेक खलखो ने कहा कि पशु शल्य चिकित्सक , चाईबासा डॉ.योगेन्द्र कुमार ने मुझको फ्री सैम्पल ” नॉट टू बी सोल्ड ” विक्रय किया है. जिसका उन्होंने मुझसे तीन सौ रुपए द्वारा ऑनलाईन भुगतान लिया है. प्रतिदिन मेरे पशु का चिकित्सा करने के एवज में डेढ़ सौ रुपए तीन दिनों तक नगद लिया है
  2. साहिल कुमार साव ने कहा कि मेरे पालतु स्वान को पर्वो वायरस हुआ था चिकित्सा के नाम पर डॉ . योगेन्द्र कुमार ने मुझसे सात सौ तीस रुपए ऑनलाईन लिया गया है.
  3. अभिषेक यादव ने कहा डॉ . योगेन्द्र कुमार के द्वारा पशु स्वास्थ्य कार्ड बनाया गया था जिसका उन्होंने चार सौ रुपए नगद लिए है तथा उपचार करने के नाम पर दो सौ पचास रुपए नगद लिए है।
  4. विश्वनाथ कुमार साव ने कहा डॉ . योगेन्द्र कुमार द्वारा मेरे साथ ठीक बरताव नहीं किया गया तथा उपचार के नाम पर चार सौ पचास रुपए लिया गया.
  5. मनीष कुमार भगत ने कहा कि पालतु स्वान का चिकित्सा के लिए मुझसे ऑनलाईन सात सौ नब्बे रुपए लिया गया है.
  6. ओम कारवा ने कहा कि डॉ . योगेन्द्र कुमार द्वारा चिकित्सा के नाम पर मुझ से पांच सौ रुपए नगद लिया गया है.
  7. गणेश शर्मा ने कहा कि डॉ . योगेन्द्र कुमार द्वारा बोला गया कि अस्पताल में उपलब्ध दवा से पशु मर जाएगा. अस्पताल में निःशुल्क एंटी रेबीज का उपलब्ध नहीं है.
  8. सौरभ शर्मा ने कहा किडॉ . योगेन्द्र कुमार पालतु स्वान का सलाईन के लिए सात सौ पचास रुपए और पचास रुपए अतिरिक्त सलाईन देने का शुल्क नगद लिए है. एंटी रेबीज का एक सौ चालीस रुपए शुल्क नगद लिया है.
  9. यश जोशी ने कहा कि डॉ . योगेन्द्र कुमार सड़क दुर्घटना में चोटिल पशुओं का चिकित्सा के लिए जब जब उन्हें बोला गया उन्होंने प्रत्येक बार गोशाला ले जाने को कहा जिसके चलते उपचार संभव नहीं हो पाया.
  10. प्रकाश कुमार गुप्ता ने कहा कि डॉ . योगेन्द्र कुमार अपने पद का गलत उपयोग कर रहे है. आम जनता के साथ वो दुर्व्यवहार करते है. डॉ . योगेन्द्र कुमार कहते है कि अस्पताल में स्वान का चिकित्सा नहीं होता है.
  11. मो.सलीम ने कहा कि डॉ . योगेन्द्र कुमार द्वारा एंटी रेबीज वैक्सीन के नाम पर मुझ से एक सौ पचास रुपए नगद लिया गया है.
  12. विवेक कुमार सिन्हा ने कहा कि मैं अपने स्वान का चिकित्सा करवाने के लिए पशु चिकित्सालय लेकर गया था डॉ . योगेन्द्र कुमार का व्यवहार अव्यावहारिक था. उपचार के क्रम में सलाईन चढ़ाने की नौबत आ गई, परंतु उनके द्वारा यथोचित पहल नहीं किया गया.

जांच कमिटी के अध्यक्ष सह जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ . सुधाकर सिंह मुंडा ने कहा कि सभी शिकायतकर्ताओं की शिकायत साक्ष्य के साथ में प्रत्यक्ष रूप से कलमबद्ध किया गया है. जांच प्रतिवेदन जल्द ही उच्चपदाधिकारीयों को प्रेषित कर दिया जाएगा.

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