Chaibasa : सेरेंगसिया घाटी युद्ध के नायक वीर शहीद पोटो हो के याद में बुधवार को सर्किट हाउस चाईबासा सड़क चौक का नामकरण वीर शहीद पोटो हो चौक किया गया. इस दौरान वीर शहीद पोटो हो के चित्र पर माल्यार्पण भी किया गया.

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इस दौरान उपस्थित लोगों के द्वारा उनके संघर्षों को भी याद किया गया. ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ़ सिंहभूम के अलावे पूरे कोल्हान में ऐतिहासिक युद्ध का अगुआ और सेरेंगसिया घाटी युद्ध के नायक वीर शहीद पोटो हो के याद में सर्किट हाउस, चाईबासा चौक का नामकरण वीर शहीद पोटो हो चौक किया गया. 

इस दौरान समाजसेवी सुरा बिरुली, आदिवासी हो समाज महासभा के केद्रीय कोषाध्यक्ष चैतन्य कुंकल, आदिवासी हो समाज सेवानिवृत संगठन के सचिव चंद्रमोहन बिरुवा, युवा महासभा के केंद्रीय उपाध्यक्ष इपिल सामड ने बताया सिंहभूम के सेरेंगसिया घाटी में अंग्रेजी फौज के साथ हुए भीषण छापामार युद्ध का नेतृत्व पोटो हो ने किया था. इस युद्ध में ब्रिटिश फौज की करारी हार हुई थी. 26 हो लड़ाके शहीद हुए थे. जबकि ब्रिटिश सेना के एक सूबेदार, एक हवलदार और 13 सिपाही घायल हुए थे. चौक नामकरण के दौरान मौजूद लोगों ने बताया कि आदिवासी समाज के वीर शहीद और महापुरुषो की याद में सभी चौक और संस्थानों का नामकरण किया जाएगा. सभी जगह नामकरण के साथ संबधित का प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी. ताकि सभी जगहों का संरक्षण भी हो सके.

 इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से कोल्हान भूमि बचाओ समिति के अध्यक्ष बिनोद सवैयाँ, झारखंड पार्टी के रियंस सामड, आदिवासी हो समाज महासभा के पदाधिकारी, आदिवासी हो समाज महासभा सेवा निवृत्त संगठन महासभा के पदाधिकारी, शान्ति सिदू, सोना सुलेमान हांसदा, एलिस बोदरा, शैलेन्द्र हेम्ब्रोम, रामाय पुरती, रामेश्वर सवैयाँ, रामवती सिंकू, तुरी सुंडी, रूद्र कुमार हेम्ब्रोम, कैप्टन बिरुवा, मंगल सिंह कुंटिया सहित कई लोग उपस्थित थे.

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