Chaibasa/Ranchi. नक्सल अभियान के दौरान आइइडी विस्फोट में शहीद हुए जवान सुनील धान की घटना को लेकर झारखंड पुलिस बड़े अभियान की तैयारी में है. सीएम हेमंत सोरेन भी घटना से आहत दिखे. इसे लेकर डीजीपी अनुराग गुप्ता ने रविवार को पुलिस मुख्यालय में नक्सल अभियान की समीक्षा की. इस दौरान डीजीपी ने पहले विस्तार से पूरी घटना की जानकारी ली. इसके बाद निर्देश दिया कि अभियान के दौरान इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये. उन्होंने पूरी घटना की चाईबासा जाकर खुद से समीक्षा करने का भी निर्णय लिया है.
वह सोमवार को पुलिस अधिकारियों के साथ चाईबासा जायेंगे. डीजीपी के साथ आइजी सीआरपीएफ, आइजी अभियान और आइजी स्पेशल ब्रांच भी साथ जायेंगे. समीक्षा में डीजीपी के साथ आइजी सीआरपीएफ साकेत कुमार सिंह, आइजी अभियान एवी होमकर के अलावा सीआरपीएफ और पुलिस मुख्यालय के अन्य अधिकारी थे. चाईबासा जिला के अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए.
इस बैठक के बाद एक सूत्र ने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा और पोड़ाहाट जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू होगा. सारंडा में कई बड़े नक्सली अपने दस्ते के साथ जमे हैं. वहां चलाये जा रहे अभियान को और तेज किया जायेगा और बड़े स्तर पर चलाया जायेगा. डीजीपी अनुराग गुप्ता कल चाइबासा भी जायेंगे. जहां अभियान की तैयारी को अंतिम रूप दिया जायेगा.
सारंडा में मौजूद हैं कई बड़े नक्सली
जानकारी के मुताबिक प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नक्सली मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछू, अनल, असीम मंडल, अजय महतो समेत कई अन्य नक्सली अपने दस्ते के साथ सारंडा के जंगल में मौजूद हैं. इसी सूचना पर चाइबासा पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रखा है. अभियान में झारखंड पुलिस के अलावा सीआरपीएफ, झारखंड जगुआर और कोबरा बटालियन के अधिकारी और जवान शामिल हैं.
एक महीने के भीतर दो जवानों की शहादत
चाईबासा में पिछले एक महीने के भीतर नक्सलियों के आइइडी ब्लास्ट में दो जवान शहीद हो चुके हैं. 22 मार्च 2025 को चाइबासा में ही नक्सलियों से लोहा लेते हुए सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुनील मंडल शहीद हो गये थे. उस दिन सीआरपीएफ 193 बटालियन के सब इंस्पेक्टर जीडी सुनील कुमार मंडल अपनी टीम के साथ नक्सलियों के खिलाफ अभियान में निकले हुए थे.