Chaibasa (चाईबासा): जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है राजनीतिक दलों में एक दूसरे की गलतियों और वादों को पूरा करने की होड़ सी लग गई है. भाजपा रांची के मोराबादी में युवा आक्रोश रैली निकाल कर सीएम हेमंत सोरेन के वादा खिलाफी के खिलाफ आवास का घेराव करने का कार्यक्रम बनाया. तो वंही झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सभी जिला मुख्यालयों में “झारखंडी अधिकार मार्च” करने का निर्णय लिया.
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इसी के तहत झामुमो ने पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा के मुख्य सड़कों पर जुलूस निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध जताया इस दौरान झामुमो जिला कमेटी सचिव ने कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा झारखण्ड के हक एवं अधिकार को लगातार छिनने का कार्य किया गया है. केंद्र सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों में हमेशा झारखण्ड राज्य की उपेक्षा की गई है. भोले-भाले झारखंडी जनों के हक, अधिकार एवं सम्मान को कुचलने का प्रयास किया गया है.
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उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के झारखण्ड विरोधी मानसिकता एवं उसके दोहरे चरित्र के खिलाफ झामुमो केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा सभी जिला मुख्यालयों में “झारखंडी अधिकार मार्च” करने का निर्णय लिया गया है.
झामुमो केन्द्रीय नेतृत्व के उक्त निर्णय के आलोक में झामुमो पश्चिमी सिंहभूम जिला समिति द्वारा आज जिला मुख्यालय चाईबासा में शहीद पार्क चौक से सदर थाना, पोस्ट आफिस चौक, कोर्ट परिसर, सदर बाजार, जैन मार्केट चौक होते हुए गांधी मैदान तक, भाजपा के झारखण्ड विरोधी मानसिकता के विरोध में झारखंडी अधिकार मार्च निकाला गया जो शहीद पार्क चौक में वापस आकर सभा में तब्दील हो गया.
सभा को जिला सचिव सोनाराम देवगम, जिला उपाध्यक्ष राहुल आदित्य, दीपक कुमार प्रधान, जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन, जिला प्रवक्ता दिनेश जेना, जिला संगठन सचिव चम्बरु जामुदा, जिला संयुक्त सचिव प्रदीप महतो, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सोमवारी बहान्दा, छात्र मोर्चा जिलाध्यक्ष सनातन पिंगुवा आदि ने सम्बोधित किया. सभा को सम्बोधित करते हुए सोनाराम देवगम ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र की मोदी सरकार ने झारखण्ड और झारखंडवासियों के साथ हमेशा छल किया है. सौतेला व्यवहार किया है. खनिज रोयल्टी में झारखंड का एक लाख छत्तीस हजार करोड़ रुपया रोक कर मोदी सरकार ने राज्य के विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में बाधा डालने का काम किया है.
झारखंडियों के हित में हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा द्वारा लाए गए 1932 का खतियान आधारित स्थानीय नीति, नियोजन नीति, एसटी/एससी/ओबीसी आरक्षण को रोकने का काम किया. सरना धर्म कोड लागू करने के मामले में केंद्र सरकार चुप्पी साधे हुए है. केन्द्र की मोदी सरकार ने युवाओं को प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था वह आज तक पूरा नहीं हुआ उल्टे सभी सरकारी संस्थानों को निजी हाथों में सौंप कर लाखों लोगों के हाथों से रोजगार छीनने का काम किया है.
केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना का आबंटन रोक कर झारखण्ड के साथ सौतेला व्यवहार किया है. राज्य की हेमन्त सरकार उन वंचित परिवारों को अबुआ आवास योजना लाकर उन्हें लाभ बेहतर सुविधासम्पन्न आवास देने का काम कर रहा है. झारखण्ड मुख्यमंत्री मईंया सम्मान योजना के माध्यम से महिलाओं को सम्मान देने का काम कर रहा है तो भाजपाईयों के पेट में दर्द चालू हो गया है, वे घर तोड़ने और सरकार को अस्थिर करने में जुट गए हैं. दिशुम गुरु शिबू सोरेन और माननीय मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में झामुमो झारखंडी अधिकार के लिए हमेशा आवाज बुलंद करता रहेगा, झारखंडी अधिकार की लड़ाई लड़ता रहेगा.
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सोनाराम देवगम, इकबाल अहमद, राहुल आदित्य, दीपक कुमार प्रधान, दिनेश चंद्र महतो, लक्ष्मी सुरेन, सोमवारी बहान्दा, मोनिका बोयपाई, दिनेश जेना, चम्बरु जामुदा, मानाराम कुदादा, सनातन पिंगुवा, मदन बोदरा, दिनेश प्रसाद गुप्ता, अकबर खान, अजय कच्छप, सतीश सुंडी, जवाहर बोयपाई, मनसुख गोप, ताराकान्त सिजुई, मिथुन गागराई, दोड़ाय जोंकों, ज्योति सिजुई, सरवर नेहाल उर्फ नज्जू, मनोज लागुरी, महेंद्र तिरिया, अभिराम सिंह देवगम, विश्वनाथ बाड़ा, देवेन्द्र बारी, दोफेदार हेस्सा, अनुज पुरती समेत लगभग एक हजार कार्यकर्ता उपस्थित थे.