Chaibasa :- कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर रविवार को ओड़िया समाज किरीबुरू मेघाहातुबुरू द्वारा शिव मंदिर तलाब में पुरे रीति रिवाज के साथ बोइतो बंदणा पर्व धुमधाम से मनाया गया. सोमवार को पारम्परिक नियमानुसार प्रातः लगभग 5.30 बजे दीप प्रज्वलित कर एवं पूजा पाठ करके नौका चालन किया गया. समाज के लोगों की मान्यता है कि इस दिन कोई भी शुभ कार्य शुरू करने पर सफलता अवश्य मिलती है.

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विद्यार्थी, व्यवसायी व अन्य सभी लोगों के लिए यह अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन को विभिन्न जाति संप्रदाय एवं क्षेत्र के लोग भिन्न भिन्न तरीका से मानते हैं. एतिहासिक मान्यता अनुसार प्राचीन काल मे लोग नौका द्वारा विदेश व्यापार करने जाया करते थे. परिवार के विवाहिता नारियाँ पूजा पाठ एवं दीप जल मे प्रवाह करके उन्हें विदाई देती थी. उसी समय से यह प्रचालन चली आ रही है. पौराणिक मान्यता है कि दीप जलाकर जल मे प्रवाहित करके लोग लक्ष्मी नारायण को समर्पित करते हैं. इससे हर क्षेत्र मे समृद्धता की प्राप्ति होती है. कार्तिक पूर्णिमा के पूर्व संध्या रविवार को किरीबुरू शिव मंदिर प्रांगण में बुलाए गए किर्तन मंडली भजन किर्तन का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. भजन कार्यक्रम के बाद स्थानिय सभी समाज के लोगों को एक साथ बैठा कर भोजन भी करवाया गया.

इस दौरान बोईतो वंदना समिति के अध्यक्ष एके पटनायक, सचिव आरसी प्रधान, दिलीप राउतराय, हेमंत बेहरा, केपी बेहरा, हिरण्य महाराणा, एम राणा, राजीव मोहंता आदि लोग उपस्थित रहे.

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