Adityapur: चांडिल डैम विस्थापित मनोहर महतो विगत 27 दिनों से सुवर्णरेखा परियोजना प्रशासक कार्यालय में क्रमिक अनशन पर बैठे हैं. विभागीय अधिकारियों द्वारा सुध नहीं लिए जाने के बाद सोमवार को अनशनकरियो का समर्थन करने आंदोलनकारी नेता जयराम महतो, सामाजिक कार्यकर्ता खगेन महतो के साथ अनशन स्थल पर पहुंचे. इस मौके पर जयराम महतो ने चांडिल डैम विस्थापित मूलवासियों को परियोजना के तहत ठगने का आरोप लगाया.
जय राम महतो, आंदोलनकारी
अनशनकारी मनोहर महतो के समर्थन में पहुंचे जयरम महतो ने कहा कि स्वर्णरेखा बहुउद्देश्यीय परियोजना मुद्दे को लेकर लंबे समय से लड़ाई लड़ी गई है. कोल्हान में हर चुनाव में यह मुद्दा बनता है. कई सरकारें आयी और गयी लेकिन आज तक विस्थापितों को उनका हक और अधिकार नहीं दिलाया जा सका है. उन्होंने कहा कि अब वह समय आ गया है कि विस्थापितों के हक के लिए सरकार और प्रशासनिक अधिकारी वार्ता कर हल निकाले. उन्होंने कहा कि जिन विस्थापितों की जमीन गयी है. उनके दर्द को अधिकारी नहीं समझ सकते. यही नतीजा है कि बरसों बीत जाने के बाद भी विस्थापित अधिकार से वंचित हैं.
परियोजना बना है सफेद हाथी: खगेन महतो
विस्थापित अनशनकारी मनोहर महतो के आंदोलन को शुरू से समर्थन दे रहे सामाजिक कार्यकर्ता खगेन महतो ने कहा की केंद्र सरकार की स्वर्णरेखा परियोजना सफेद हाथी साबित हो रही है .परियोजना के तहत अरबो-करोड़ों के टेंडर हो रहे हैं, लेकिन विस्थापितों के मद में विभाग और सरकार के लिए पैसे नहीं है जो अफसोस जनक हैं. इन्होंने कहा कि जमशेदपुर के सभी बड़े कॉर्पोरेट घरानों के पानी के करोड़ों के टैक्स के पैसे परियोजना के पास लंबित है. जिस पर ध्यान ना दे कर विभागीय अधिकारी मालामाल हो रहे हैं।