चांडिल: चांडिल गोलचक्कर स्थित झारखंड दिशोम बाहा (सरहुल) समिति द्वारा आयोजित दिशोम जाहेरगाढ में शुक्रवार को संपन्न हुआ। यह पर्व आदिवासी संथाल समाज का प्रकृति की उपासना का सबसे बड़ा महापर्व है बाहा बोंगा (पूजा)  यह पर्व प्रत्येक साल फाल्गुन महीने के बाद पेड़ -पौधो में नये फूल और पत्ते उग जाने के पश्चात इस महीने के दस्तक के साथ ही आदिवासियों के संथाल समुदाय में सबसे बड़ा महापर्व ” बाहा बोंगा” महोत्सव की शुरुआत हुई,यह प्रकति के उपासना का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है।

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शुक्रवार शाम इस मौके पर ईचागढ़ विधायक सविता महतो ,जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल पत्नी संग कार्यक्रम में शरीक होने पहुंचे. जहां विधायक समेत उपायुक्त का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया. उपायुक्त ने मांदर बजाकर लोगों का उत्साह वर्धन किया और मांदर की थाप पर भी खूब थिरकते दिखे. कार्यक्रम में चांडिल बीडीओ मनीष कुमार ,सीओ प्रणव अंबष्टा, चांडिल एसडीपीओ संजय कुमार सिंह, समेत अन्य सम्मानित अतिथि गण मौजूद रहे।
युवाओ में दिखी बाहा पर्व को विशेष लगाव
बाहा में युवाओं का जोश व जुनुन सिर चढकर बोल रहा था,युवक – युवतियों ढोल और मांदर नगाड़ा की थाप पर नत्य करते पारंपारिक वेशभूषा मे दिखे। युवाओं की संख्या अच्छी खासी संख्या में थी समाज प्रबुद्ध लोग भी दिशोम जाहेरथान में आकर पूजा अर्चना मारा़ग बुरु (ईष्ट -देवता) जाहेर आयो के चरणों में नतमस्तक हुए उनके आशीष के रूप में नायके बाबा के शुभ हाथों सखुआ फूल ग्रहण किये।
इस अवसर पर कमिटी के संरक्षक गुरूचरण किस्कू,सह संरक्षक चारूचांद किस्कू, झामुमो नेता सुकराम हेम्ब्रम, अध्यक्ष बुद्धेश्वर मार्डी, उपाध्यक्ष गुरूपद हांसदा,सचिव सुगी हांसदा, कोषाध्यक्ष बैधनाथ टुडू,मांझी बाबा ताराचांद टुडू,प्रेस प्रवक्ता सुदामा हेम्ब्रम,सोमाय टुडू, सुमित टुडू,आदि उपस्थित थे।
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