Jagnnathpur (जगन्नाथपुर) : झारखण्ड में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये सभी प्लस टू विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम से पठन पाठन की व्यवस्था से जोड़ने की सोच सराहनीय है. लेकिन किसी भी विद्यालय में स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति नहीं होना सोचनीय है. सरकार की इसी क्रिया कलाप को लेकर गुरुवार को राजकीय रस्सेल प्लस टू उच्च विद्यालय जगन्नाथपुर के पीजीटी शिक्षक शिक्षिकाओं ने विरोध में काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रकट किया.

इसे भी पढ़ें : Chaibasa News: 23 मंडलों में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने काला बिल्ला लगा कर मनाया काला दिवस

काला बिल्ला लगाकर विरोध जताते शिक्षक शिक्षिका

वर्षो से बिना प्राचार्य ही प्लस टू विद्यालय संचालित

झारखण्ड सरकार के शिक्षा नीति के बारे में बताते हुए वरीय शिक्षक अरविंद कुमार तिवारी ने कहा कि यह कैसी विडंबना है कि वर्षो से बिना प्राचार्य ही प्लस टू विद्यालय संचालित किया जा हैं. उन्होने कहा कि सरकार के नीति के अनुसार सभी प्लस टू विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम बनाया जाएगा. लेकिन घर के मुखिया के बिना यह कैसे संभव होगा यह सोचनीय है.

अरविंद कुमार  तिवारी ने कहा कि पूरे राज्य भर में वर्तमान सैकड़ों प्लस टू विद्यालय संचालित हैं.सभी के सभी स्थायी प्राचार्य विहिन हैं. वर्तमान पूरे राज्य में मुख्य मंत्री उत्कृष्ठ विद्यालय के रुप में 80 प्लस टू विद्यालय अंग्रेजी माध्यम से संचालित हो चुके हैं. प्रखण्ड स्तरीय आर्दश विद्यालय के रुप में 325 विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम से संचालित करने के लिये तैयारी जोरों पर है.

श्री तिवारी ने कहा कि सरकार की बिना मुखिया का समृद्ध परिवार बनाने की निष्क्रीय विरोध में आज हमलोगों ने अपना रोष प्रकट किया है. सरकार से हमारी माँग है कि प्रत्येक प्लस टू उच्च विद्यालय में स्थायी प्राचार्य बहाल किया जाए. ताकि विद्यालय का हर क्रिया कलाप सूचारु रुप से संचालित हो सके.

ये रहे शामिल

काला बिल्ला लगाकर रोष प्रकट करने वालों में प्रभारी प्राचार्या सुषमा जोंको, अरविंद तिवारी, मनोज कुमार, फुलेश्वरु सोय, जावेद अख्तर, सुजाता कुमारी, विनीता देवगम, अनिता जोजो आदि शामिल थे.

इसे भी पढ़ें : http://अखिल झारखण्ड प्राथमिक शिक्षक संघ पश्चिमी सिंहभूम के आह्वान पर कई विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने काला बिल्ला लगाकर जताया विरोध

Share.
error: Content is protected !!
Exit mobile version