Chaibasa :- पश्चिमी सिंहभूम जिले में रविवार को प्रभु यीशु के पुनर्जीवित होने की खुशी में ईस्टर संडे का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर चाईबासा, चक्रधरपुर समेत विभिन्न क्षेत्रों में स्थित गिरिजाघरों व कब्रिस्तान में सामूहिक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया.

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प्रार्थना करते ईसाई समुदाय के लोग

चक्रधरपुर के रोमन कैथोलिक चर्च में पल्ली पुरोहित फादर पौलुस बोदरा, फादर जॉन क्रास्टा, फादर एस पुथुमय राज, सीएनआइ चर्च में रेव्हरन फादर पीएच पुरती, जीईएल चर्च में रेव्हरन फादर सीके मरांडी द्वारा अलग-अलग समय में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. मान्यता है कि क्रूस पर चढ़ाए जाने के बाद तीसरे दिन गुड फ्राईडे के दिन दुनिया के उद्धारकर्ता यीशु मसीह पुन: जी उठते हैं. लोगों को पाप से मुक्ति दिलाने के लिए वे कड़ी पीड़ा सहते हुए क्रूस पर चढ़ जाते हैं. लेकिन अंतत: बुराई पर अच्छाई की जीत होती है. पुन: मानवता के कल्याण के लिए यीशु कब्र से पुनर्जीवित हो बाहर आते हैं. मान्यता है कि प्रभु यीशु मसीह की तरह ही मसीह समाज के लोग दिवंगत परिजन भी उनका कल्याण व मार्गदर्शन करते हैं. इसलिए ईस्टर संडे के दिन परमेश्वर पुत्र यीशु के साथ मसीह समाज अपने पूर्वजों को भी नमन करते हैं.

रविवार की सुबह मसीह समाज के लोग कब्रिस्तान में बाबरी संख्या में जुटे. मौके पर लोगों ने अपने पूर्वजों की कब्र पर फूल चढ़ाया व कैंडल जलाकर अपने पूर्वजों को याद किया. रविवार सुबह कब्रिस्तान में कैंडलों की रोशनी से जगमगा उठे. इस दौरान पूर्वजों के लिए प्रार्थना भी की गई. इसके बाद संबंधित समुदाय ने अपने-अपने गिरिजाघरों में आयोजित प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया. प्रार्थना सभा समाप्त होने के बाद मसीह समाज के लोग ने एक-दूसरे को ईस्टर की बधाई दी.

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