Saraikela: टाटा प्रबंधन के इकाइयों का आगामी 5 जनवरी 2024 को झामुमो नेताओं के समर्थन से विस्थापित संघर्ष समिति के घोषित कंपनी घेराव और विरोध प्रदर्शन को भाजपा नेता रमेश हांसदा ने हास्यास्पद करार दिया है.इन्होंने योजना बनाकर टाटा प्रबंधन को डराने धमकाने और मुद्रा दोहन की बात कही है.

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भाजपा नेता रमेश हांसदा ने टायो गेट के समक्ष पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि झामुमो के नेता अपनी ही सरकार में कंपनी का घेराव और विरोध प्रदर्शन करेंगे, मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री पार्टी के है, तो ऐसी नौबत का आना शर्मनाक है.भाजपा नेता ने कहा कि 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति का जुमला लाकर आदिवासियों को ठगने का काम किया जा रहा है, इन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 75% स्थानीय को रोजगार में प्राथमिकता देने का कानून तो बना दिया ,लेकिन इसे इंप्लीमेंट करने में सरकार पूरी तरह विफल है, ऐसे में घोषित घेराव विरोध- प्रदर्शन सिर्फ टाटा कंपनी प्रबंधन पर दबाव डालकर मुद्रा दोहन करना है.

पहले घेराव फिर करेंगे समझौता

5 जनवरी 2024 को घोषित टाटा प्रबंधन इकाइयों के घेराव विरोध प्रदर्शन के मुद्दे पर भाजपा नेता रमेश हांसदा ने कहा है कि सुनियोजित तरीके से पार्टी के नेता मंच- मोर्चा का गठन कर पहले घेराव करेंगे और फिर खुद प्रबंधन के साथ सेटिंग कर मामले पर समझौता करेंगे, उन्होंने कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है, इससे पूर्व भी टाटा प्रबंधन पर दबाव और भया दोहन के उद्देश्य से घेराव- प्रदर्शनों किया जा चुका है।

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