1

Chaibasa (चाईबासा) : भारी बारिश के बीच जब चारों ओर निराशा का माहौल था, उसी समय पूर्व सांसद गीता कोड़ा गुआ पहुंचकर वहां के विस्थापन पीड़ित परिवारों का संबल बनीं. नानक नगर, ढीपासाई, पुट साइडिंग, स्टेशन कॉलोनी, डीबीसी, जाटा हाटिंग जैसे इलाकों के सैकड़ों परिवारों को सेल (सेल – स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) द्वारा हटाने के आदेश के विरोध में उन्होंने ना सिर्फ इन क्षेत्रों का दौरा किया, बल्कि पीड़ितों की व्यथा को स्वयं समझा और उनके पक्ष में मजबूती से आवाज उठाई.

ठेका मजदूर की मौत के बाद गुआ लौह खदान में मजदूरों ने काटा बवाल, शव के साथ जनरल ऑफिस का घेराव

श्रीमती कोड़ा ने विस्थापित क्षेत्र एवं सेल द्वारा बनाए गए पुनर्वास मकानों की स्थिति का निरीक्षण किया और स्पष्ट कहा कि गुआ वासी अकेले नहीं हैं. हर एक पीड़ित परिवार को सम्मानपूर्वक घर दिलाने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी. किसी के हक और अधिकार से समझौता नहीं करने दिया जाएगा.

उन्होंने सेल कार्यालय पहुंचकर महाप्रबंधक (एचआर) प्रवीण कुमार सिंह और महाप्रबंधक (इस्टेट) अर्नव डे से मुलाकात की और ग्रामीणों की तीन प्रमुख मांगें मजबूती से रखीं:

1. विस्थापित परिवारों का पुनः सर्वेक्षण कराया जाए.
2. जिन परिवारों को पहले योजना से बाहर रखा गया, उन्हें शामिल किया जाए.
3. बरसात के इस भीषण समय में किसी भी परिवार को बेघर ना किया जाए, जब तक उन्हें रहने योग्य मकान मुहैया न करा दिया जाए.

उनके साथ इस दौरे में जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी, मुखिया पदमिनी लागुरी, चांदनी लागुरी, पदमा केशरी, तथा समाजसेवी गोविंद पाठक, पियूष साव, उदय सिंह, महेश पाठक, उत्तम गुच्छैत, विनय प्रसाद, रोहित सिंह, चुन्नु सिंह, संजीत तांती, मलुवा गुप्ता, धनंजय पांडे, राजु ठाकुर, रोहन गुप्ता सहित बड़ी संख्या में गुवा के नागरिक मौजूद थे.

गुआ की जनता ने कहा कि आज एक बार फिर वही संवेदनशीलता, वही संघर्षशीलता, और वही प्रतिबद्धता गीता कोड़ा ने दिखाते हुए आम जनता का भरोसा जीता है. क्षेत्र की जनता के प्रति भावनात्मक लगाव की अटूट कड़ी के लिए हम सभी गुआ वासी कृतज्ञ हैं.

http://सारंडा के ग्रामीणों ने सेल की गुआ खदान में विभिन्न मांगों को लेकर की आर्थिक नाकेबंदी

Share.
error: Content is protected !!
Exit mobile version