Chaibasa:- विश्व आदिवासी दिवस को लेकर ग्राम डिलियामर्चा में ग्राम सभा किया गया. आदिवासी हो समाज महासभा के महासचिव यदुनाथ तियु ने बताया की पूरे विश्व में यह दिन आदिवासी एकता के लिए मनाया जाता है, संयुक्त राष्ट्र संघ के आह्वान पर यह दिवस विश्व भर में मनाया जाता है. इस बार कोल्हान में भी मनाया जा रहा है. गांव गांव ने पारम्परिक नृत्य जुलूस की शक्ल में हमलोग शहर के विभिन्न रास्तों से गुजरेंगे और आदिवासी एकता का परिचय देंगे. सभी लोग अपने पारम्परिक पोशाक में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें, ताकि हमारी एकता को बल मिले.
मुख्य संयोजक मुकेश बिरुवा ने आह्वान करते हुए बताया कि इस बार चाईबासा में पहली बार सभी आदिवासी समुदाय एकजुट होकर विश्व आदिवासी दिवस मना रहे हैं. इसीलिए अपनी आदिवसीयत दिखाने के वास्ते भी हमें इस सांस्कृतिक जुलूस में शामिल होना है. पूरा शहर आदिवासी नृत्य मंडली एवं आदिवासी कलाओं से पट जाना चाहिए. विभिन्न रास्तों से सभी जुलूस असोसीएशन ग्राउंड में पहुँचेंगी. वंहा सभी के लिए खाने पीने की व्यवस्था रहेगी. साथ ही मुख्य कार्यक्रम 1 बजे शुरू होकर शाम पाँच बजे तक चलेगा. शाम 6 बजे से आदिवासी ऑर्कस्ट्रा का कार्यक्रम होगा. अपनी सहूलियत के हिसाब से कार्यक्रम को देखने के लिए समय निकालें.
अंत में ग्रामीणों ने सामूहिक तौर पर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने की बात कही. सभी पारंपरिक ड्रेस में स्त्री पुरुष और बच्चे मिलकर ढोल नगाड़ों के साथ एसोसीएशन ग्राउंड जुलूस की शक्ल में पहुँचेंगे. आज के सम्पर्क अभियान में ग्राम दुंबीसाई, ग्राम अमिता, ग्राम लूपुंगूटू, गुइरा आदि गाँवों में ग्राम सभा किया गया. ग्रामीणों में बहुत की उत्साह का माहौल है. सभी ने इसे आदिवासी समारोह की तरह मनाने की बात कही. सम्पर्क अभियान में सूखलाल पुरती, चैतन्य कुंकल, यदुनाथ तियु और मुकेश बिरुवा, दूसरे तरफ़ रमेश जेराई शामिल रहे.