Manjhganv :- घोड़ाबंधा पंचायत क्षेत्र के वाईपी टोला में लगभग दो साल पूर्व ईसाई धर्म अपनाने वाले एक परिवार पति-पत्नी एवं एक बच्चा के साथ सरना धर्म में वापस आये और वापस नहीं आनेवाले दो परिवार के सदस्यों को ग्राम सभा बैठक द्वारा सामाजिक बहिष्कार किया गया। ग्रामीणों ने सरना धर्म में वापस आनेवाले परिवार को पारंपरिक दमा-दुमंग एवं सुसुन के साथ भव्य स्वागत किया और वापस नहीं आने वाले दो परिवार के सदस्यों को “हो” समाज के सभी रीति-रिवाज से बाहर कर दिया।
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दरअसल बुधवार को मझगाँव थाना क्षेत्र के ग्राम घोड़ाबांधा अंतर्गत टोला बाईपी में श्री पराय हेम्ब्रम की अध्यक्षता में ग्राम सभा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें दो साल पूर्व ईसाई धर्म अपनाने वाले तीनों परिवार के सदस्यों को वापस सरना धर्म में आने के लिए सप्रेम प्रस्ताव दिया गया। बैठक में एक परिवार सरना धर्म में वापस आने के लिए राजी हुआ और दो परिवार लोग राजी नहीं हुए। वापस सरना धर्म में आनेवाले धर्मेन हेम्ब्रम के परिवार को ग्राम के दियुरी राजीव हेम्ब्रम के द्वारा लाल-डाली मुर्गा का बलि चढ़ाकर हल्दी-पानी-आम और तुलसी पत्ता ईत्यादि से “हो” समाज की प्राचीन परंपरा के मुताबिक शुद्धिकरण किया गया।
उनमें से दो परिवार विजय तिरिया और राऊतु केराई दो परिवार के सदस्यों को निम्न प्रकार से सामाजिक बहिष्कार किया गया।
(1) इन परिवार के साथ कोई भी ग्रामीण बातचीत नहीं करेंगे,बातचीत करते समय पकड़े जाने पर 1000/- रुपये दण्ड के रूप में जुर्माना लगाया जायेगा।
(2) ग्राम में शादी-विवाह,जन्म-मृत्यु,पारंपरिक त्योहारोँ एवं विभिन्न सामाजिक एवं अन्य घरेलु कार्यों में कोई ग्रामीण सहयोग नहीं करेंगे। उनके मवेशियों को गाँव में खुद के अलावे दूसरों के रैयती जमीन पर चराने नहीं दिया जायेगा।
(3) सरकारी सड़क, स्कूल, अस्पताल, तालाब, चापाकल जैसे सरकार की विभिन्न योजनाएँ एवं कार्यों सहित अन्य सरकारी कार्यों पर कोई प्रतिबंध नही है। मगर धर्मांतरित परिवार को ग्रामीणों के रैयती जमीन पर चलने नहीं दिया आएगा।
इस अवसर पर रमेश हेम्ब्रम, जुमल हेम्ब्रम,वृजलाल लागुरी, राजेश पिंगुवा, दशरथ हेम्ब्रम, राजेन्द्र हेम्ब्रम, हरिश हेम्ब्रम, सरोज हेम्ब्रम, रासिका हेम्ब्रम, सुरेन्द्र हेम्ब्रम, हरदेव हेम्ब्रम, खिरोद हेम्ब्रम, लक्ष्मण हेम्ब्रम, कृष्णा हेम्ब्रम, महेन्द्र हेम्ब्रम, जयपाल हेम्ब्रम, पुरुषोत्तम हेम्ब्रम, गंगा हेम्ब्रम, मंगलसिंह हेम्ब्रम, रूपसिंह हेम्ब्रम, संगीता हेम्ब्रम, हीरावती हेम्ब्रम, सुनाय हेम्ब्रम, मेनका हेम्ब्रम, जीरामुनी हेम्ब्रम, रोयबारी हेम्ब्रम, मुंगली हेम्ब्रम, सोमवारी हेम्ब्रम, दशमती हेम्ब्रम, सुमित्रा हेम्ब्रम आदि लोग मौजूद थे।
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