दरअसल, चांडिल अनुमंडल की नीमडीह पुलिस ने पत्थर खदानो में अवैध तरीके से जिलेटिन बारूद सप्लाई करने के आरोपी वासुदेव महतो को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. पुलिस की छापेमारी में उसके घर से भारी मात्रा में 399 पीस विस्फोटक जिलेटिन ,एक पिस्तौल, मैगजीन और 4 जिंदा गोली भी बरामद हुआ है. इस कांड के अनुसंधानकर्ता नीमडीह थाना प्रभारी तंजील खान का कहना है कि आरोपी से पूछताछ के क्रम में पता चला है कि भारी मात्रा में प्राप्त विस्फोटक जिलेटिन ये चांडिल थाना क्षेत्र अंतर्गत चिलगू निवासी आजसू केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो के पास पहुंचने वाला था, तभी पुलिस ने इसे छापामारी कर गिरफ्तार कर लिया है. आशंका जाहिर की जा रही है कि उक्त विस्फोटक जिलेटिन का उपयोग आजसू नेता हरेलाल महतो द्वारा अपने पत्थर खदान में नियम के विरुद्ध विस्फोट कर पत्थर खनन के लिए प्रयोग में लाता. हालांकि आजसू नेता ने इस मामले से खुद को अलग करते हुए कहा है कि उन्हें साजिश कर फसाने की कोशिश की गई है।
पुलिस के अनुसार इस मामले में हरेलाल महतो की संलिप्तता की जांच चल रही है. हालांकि, यह अपने तरह पहला मामला नहीं है जिसे लेकर श्री महतो सुर्खियों में है. बीते अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में ही चांडिल अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत भादुडीह पंचायत के धातकीडीह बाबुनडीह सीमा पर स्थित अवैध पत्थर खदान पर जिला प्रशासन द्वारा छापामारी की गयी. इसमें पाया गया कि अंदर अवैध तरीके से गाड़ियां लगाकर खनन किया जा रहा था. यह अवैध खनन आजसू नेता हरेलाल महतो द्वारा चलाया जा रहा था, जहां से पत्थर का खनन किया जा रहा था और क्रशर में ले जाया जा रहा था. करोड़ों रुपये के राजस्व की क्षति हो रही थी. उपायुक्त रविशंकर शुक्ला को मिली शिकायत के बाद जिला प्रशासन की टीम ने छापामारी की. छापामारी में एसडीओ शुभ्रा रानी के अलावा जिला खनन पदाधिकारी ज्योति शंकर सतपति समेत अन्य शामिल थे. इस मामले में खनन पदाधिकारी के बयान पर मेसर्स हरेलाल कंस्ट्रक्शन के निदेशक मंडली के खिलाफ कोर्ट कंप्लेन केस किया गया है. हालांकि, छापेमारी टीम ने पहले दिन वहां लगी गाड़ियों को जब्त नहीं किया था. इसे लेकर अब सवाल उठ रहे हैं. इसके अलावा भी आजसू नेता हरेलाल महतो का विवादों से पुराना नाता रहा है. उन पर समय-समय पर गंभीर आरोप भी लगे हैं. इसमें नक्सली सांठगांठ का जहां गंभीर आरोप है, वहीं पुलिस टीम पर हमला करने का आरोप भी शामिल है. इस बीच दो मामलों में हरेलाल महतो जेल भी जा चुके हैं. खबरों की मानें तो वर्ष 2022 के जनवरी महीने में पुलिस के हत्थे चढ़े कुख्यात महाराज प्रमाणिक ने पूछताछ में अपने कई साथियों और मददगारों के नाम पुलिस के समक्ष उगले थे. उसमें चांडिल के हरेलाल महतो का नाम भी शामिल था. उस दौरान 29 जनवरी 2022 में यह खबर एक प्रमुख अखबार में बेहद प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी. इसे लेकर उस समय हरेलाल महतो बेहद सुर्खियों में थे. उससे पहले 23 अप्रैल 2021 में आजसू नेता तब बेहद चर्चा में आये थे, जब ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के नीमडीह के बामनी गांव में एक मेले में पुलिस टीम पर हमला हुआ था. वे पूर्व में दो बार जेल भी जा चुके हैं. अब विस्फोटक सप्लाई मामले में उन पर क्या कार्रवाई होती है, यह वास्तव में पुलिस जांच का विषय है. लेकिन इस मामले में एक बार फिर सुर्खियों के साथ विवादों में हरेलाल महतो के आने के मामले से इंकार नहीं किया जा सकता है.
राजनीतिक साजिश हो रही मेरे विरुद्ध: हरेलाल
पूरे प्रकरण में आजसू नेता हरेलाल महतो का कहना है कि इनके साथ राजनीतिक साजिश हो रही है. जिसके तहत इन्हें फसाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है पुलिस द्वारा गठित आरोपी को इन्होंने निराधार बताया है. वहीं अन्य मामलों में भी अपनी संलिप्त से इनकार किया है.