Manoharpur:- पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिला अंतर्गत मनोहरपुर थाना क्षेत्र गोपीपुर गांव चोरी छिपे बालू का अवैध स्टॉक यार्ड संचालित है। दीपक महतो जो बारंगा गांव के रहने वाला है उसके गोपीपुर स्थित जमीन जो तलाब नुमा का शक्ल का है उक्त जमीन पर अवैध बालू भंडारण किया गया है। वंहा से रात के अंधेरे में बालू का विक्री व ठुलाई का अवैध कारोबार संचालित है।
पहले रात के अंधेरे में कोयल नदी से बालू का उत्खनन कर अवैध स्टॉक यार्ड तक लाकर जमा किया जाता है। फिर वन्हां से बालू विक्की की जाती है। गोपीपुर महतो टोला कोयल नदी घाट से इन दिनों भारी मात्रा में अवैध रूप से बालू का निकासी ट्रैक्टरों द्वारा किया जा रहा।
मनोहरपुर प्रखंड के बारंगा पंचायत के गोपीपुर गांव में स्कूल घर से लगभग 500 मीटर मीटर दूरी पर गोपीपुर गांव के पास ही। एक तालाब नुमा खेतमें लगभग 100 गाड़ी से ज्यादा एक अनुमान के तहत 10 हजार सीएफटी से ज्यादा बालू अवैध रूप से स्टॉक कर रखा है। एक बालू कारोबारी व्यवसाय के लिए दीपक महतो का जमीन पर रखा है। दीपक बारंगा गांव का रहने वाला है। उसी का गोपीपुर के जमीन पर बालू अवैध रूप से स्टॉक कर रखा गाय है। मनोहरपुर प्रखंड के गोपीपुर गांव में अवस्थित कोयल नदी के घाट पर नेश्नल ग्रीन ट्रिब्यूनल ( एनजीटी ) के आदेश का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। यहां से रोजाना ट्रैक्टरों के जरिये बालू के अवैध रूप से उठाव किया जा रहा है। बालू का अवैध उत्खनन कर ठुलाई की जा रही। जिससे न सिर्फ राज्य सरकार को प्रति दिन हजारों रुपये का राजस्व की क्षति हो रही है। वंही बालू के इस अवैध कारोबार से ग्रामीणों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बताते चलें कि गोपीपुर का घाट अधिसूचित नहीं है। इसके बावजूद यहां से बालू का अवैध उठाव होता है। जानकारी के अनुसार गोपीपुर के कोयल नदी से उठाया जा रहा बालू गोपीपुर गांव में संचालित अवैध बालू स्टॉक यार्ड में डंप किया जाता है। जिसकी न तो खनन विभाग न ही स्थानीय प्रशासन को जानकारी है।
जानकारी के अनुसार आनंदपुर,मनोहरपुर,गोइलकेरा थाना क्षेत्र में कोयल नदी के विभिन्न घाटों से अवैध रूप से चोरी छुपे बालू का उठाव किया जाता है। मनोहरपुर प्रखंड के सुनसूना,तिरला,तरतारा,गोपीपुर, उर्किया, कूडना व अभयपुर कोयल नदी घाट से बालू अवैध। रूप से निकासी की जाती है। आनंदपुर प्रखंड के जोरोबाड़ी,समीज v बाघचट्टा कोयल नदी घाट के अलाव गोइलकेरा थाना क्षेत्र के पोकाम, भरडीहा,और पारलीपोस आदि कोयल नदी घाट से बालू का अवैध रूप से निकासी की जाती है। जिससे शायद टास्कफोर्स v स्थानीय प्रशासन। अंजाम है। और सरकार को लाखों लाखों रुपए राजस्व की क्षति हो रही है। बालू का। अवैध कारोबार को लेकर खनन विभाग के पद्दाधिकारी से संपर्क की कोशिश की जाती है तो हो नहीं पाता।