भोगनाडीह में हुल दिवस के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने पहुंचे शहीदों के परिजनों और ग्रामीणों को कार्यक्रम करने से जबरन रोका गया और हेमंत सरकार के निर्देश पर पुलिस ने लाठीचार्ज व आंसू गैस का प्रयोग कर निर्दोष आदिवासियों पर बर्बरता दिखाई.
इस पुलिसिया दमन से कई निहत्थे आदिवासी घायल हो गए. जिनमें बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल हैं. सभा स्थल पर भगदड़ मच गई और भय का माहौल बना दिया गया. जब पीड़ितों व परिजनों ने इसका विरोध किया, तो सरकार अब अपने कुकृत्य को छुपाने के लिए लोगों को साजिश के तहत फंसा रही है.
हेमंत सरकार की यह क्रूर और तानाशाही रवैया पूर्णतः अलोकतांत्रिक और शर्मनाक है. इस अमानवीय कृत्य के विरोध में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री बाबूलाल मरांडी जी के निर्देश पर, जिला अध्यक्ष संजय पांडे जी के नेतृत्व में पोस्ट ऑफिस चौक, चाईबासा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन कर जोरदार प्रदर्शन किया गया.
भारतीय जनता पार्टी ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि आदिवासियों पर दमन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. भाजपा जनहित में सड़क से लेकर सदन तक हेमंत सरकार को घेरने का कार्य करेगी.
हेमंत सरकार की नीतियों ने यह साफ कर दिया है कि वह शहीदों के सम्मान और आदिवासियों की अस्मिता की नहीं, बल्कि तुष्टिकरण और दमन की राजनीति कर रही है.
सतीश पूरी, प्रताप कटियार, पवन शर्मा ,चंद्र मोहन तिऊ, हेमंत केसरी, गीता बालमुचू, जूली खत्री, मुकेश कुमार, मुकेश दास, मणिकांत पोद्दार, रवि विश्वकर्मा ,रामानुज शर्मा, रंजन प्रसाद, द्वारिका शर्मा, रूपा दास, हेमंती विश्वकर्मा, नितिन विश्वकर्मा, जितेंद्र नाथ ओझा, पप्पू राय, अभिषेक विश्वकर्मा, रोहित दास, राकेश पोद्दार, नीरज पांडे, अनंत सैयनम, इत्यादि सैकड़ो की संख्या में भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता कार्यक्रम में उपस्थित थे.