Gua:- बोकना सत्संग विहार में श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद जी का 135 वां जन्मोत्सव पूरे उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। श्रद्धालुओ का सत्संग के लिए आगमन एवं एकजुट होने से सबो में बहुत ख़ुशी देखी गयी। इस अवसर पर प्रातः कालीन प्रभात फेरी निकाली गई तत्पश्चात श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी की वंदना श्रद्धालुओं द्वारा की गई आयोजित कार्यक्रम में भजन के माध्यम से मानव में मानवीय गुणों के संचार हेतु भजन की प्रस्तुति अनिल दास किशन पान विजय पात्रो रितेश सिंह के द्वारा की गई ।तत्पश्चात मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें माताओं के द्वारा राष्ट्र के उत्थान एवं मानव हित में किए जाने वाले कार्यों पर चर्चा की गई
इस अवसर पर दीक्षा समारोह का आयोजन किया गया ।लोगो को दीक्षा दिया और चेतना शक्ति बढ़ाने ,परमात्मा से सीधा संपर्क करने का ज्ञान दिया गया।
दीक्षा समारोह के बाद सभी श्रद्धालु भंडारे में प्रसाद लोगो ने ग्रहण किया। उपस्थित दर्जनों लोगों को संबोधित करते हुए ऋत्विक अमरनाथ ठाकुर ने कहा कि अनुकूल चंद्र जी के भाव को घर घर में पहुंचना जरूरी है। सबको जीवन देने वाले नाथ के लिए है। व्यवहार परिवर्तन से मनुष्य का भाव बदल सकता है। ईश्वर का नाम प्राप्ति मानव को करने के लिए ठाकुर जी पृथ्वी पर आए है। समस्त सार्थकता नाम में है। रित्विक अमरनाथ ठाकुर ने आगे कहा कि युग पुरुषोत्तम के बताए मार्ग के द्वारा जीवन में शांति स्थापित की जा सकती है। उनके भाव धारा, नीति नियम से जीवन को संतुलित किया जा सकता है।
सत्संग को संबोधित करते हुए गुवा के पूर्व मुखिया सत्संगी कपिलेश्वर दोंगो ने कहा कि ठाकुरजी के बताये मार्ग अनुकरनीय है।
उन्हानें कहा कि मनुष्य का गंतव्य ईश्वर प्राप्ति है। सत्संगी यजन एवं याजन का महत्व बताते हुए उसे अनुकरण करने के लिए उन्होने प्रेरित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नोवामुंडी के बीएम महतो ने कहा कि ईश्वर के आदेश का पालन करने वाला एवं जन कल्याण के कार्य करने वाला व्यक्ति सदैव ईश्वर से जुड़ा हुआ होता है ।मनुष्य को मानव शरीर बहुत ही सौभाग्य से प्राप्त हुआ है। अतः मानव को जन जन कल्याण के कार्य करनी चाहिए। कार्यक्रम बोकना विहार मंदिर को सुसज्जित करने पर विचार रखे गए। महिलाओं की उपस्थिति में कार्यक्रम में चार चाँद लग गया। महिलाओं ने ठाकुर अनुकुलकन्द जी के जीवन पर प्रकाश डाले तथा मंदिर के विकास में सहयोग का आश्वासन दिया।कार्यक्रम में मुख्य रूप से गुवा के पूर्व मुखिया कपिलेश्वर दोंगों, गोपाल नाग, गायत्री शर्मा, प्रेमा देवी, अनु देवी, विनय कुमार, शिवेश कुमार ठाकुर, रश्मिता मुखर्जी, मनोरमा मुखर्जी, माला बोस, कविता घोष, महेंद्र शर्मा, श्रवण कुमार पांडेय,संगीता पांडेय, गायत्री ठाकुर, सावित्री देवी, शशी ठाकुर व अन्य दर्जनों खास तौर से उपस्थित थे।