Chaibasa :- ईचा खरकाई डैम के मामले में झारखण्ड सरकार के मंत्री चंपई सोरेन के झूठ का उजागर होने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं झारखण्ड सरकार के परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन को घेरने कवायद तेज कर दी है.
इसे लेकर भाजपा नेता गणेश माहली ने कहा कि कई दशकों से झारखण्ड मुक्ति मोर्चा इचा डैम के नाम पर राजनीति करती आ रही. उन्होंने कहा यह सर्वविदित है कि पूर्व में मंत्री जी डैम का विरोध किया करते थे. जबकि उनका सुपुत्र डैम में ठेकेदारी करता था. गणेश माहली ने साफ़ कहा कि वे ईचा बांध का समर्थन नहीं करते हैं एवं वर्तमान में अपने निजी स्वार्थ साधने के लिए ही मंत्री चंपई सोरेन लोगों को गुमराह कर ईचा बांध का कार्य को पूर्ण कराने में जुट गए हैं.
वहीं इधर झारखण्ड के पूर्व गृह सचिव सह भाजपा नेता जे बी तुबिद ने भी झामुमो के साथ साथ कांग्रेस को भी इस मामले में घेर लिया है. श्री तुबिद ने साफ़ कहा कि अविभाजित बिहार सरकार के दौरान सन 1978 में ईचा बाँध की नीव रखी गयी थी. उस दौरान केंद्र एवं राज्य में कांग्रेस पार्टी समर्थित सरकारें हुआ करती थीं. इसमें मामले में भाजपा की कोई भूमिका नहीं है. श्री तुबिद ने तकनिकी पहलुओं का हवाला देते हुए कहा कि इसका स्वरूप बदलने के लिए ओडिशा बंगाल केंद्र सरकार की मंजूरी के बिना सम्भव नहीं है. क्यूंकि डैम का आकार केंद्रीय जल आयोग के निर्देश पर तैयार हुआ था.