Chaibasa :- खूंटपानी प्रखण्ड अर्न्तगत उनचुड़ी गांव में बीते दिनों एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद खूंटपानी प्रखंड के गांव वालों ने दुष्कर्म और हत्या के विरोध में हत्यारे को फांसी की सजा दिलाने की मांग को लेकर सोमवार को सदर अनुमंडल कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना देकर अपनी मांग रखी. गांव वालों ने यह मांग की है कि जल्द से जल्द प्रशासन हत्यारे को फांसी की सजा दिलवाए और पीड़ित परिवार को मुआवजा दें. साथ ही इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसको लेकर अपना विरोध प्रदर्शन किया.

धरना प्रदर्शन के बाद गांव वालों ने उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें कहा गया कि पश्चिम सिंहभूम के खुटपानी प्रखण्ड के पंचत प्रतिनिधियों और अलग-अलग आदिवासी मूलवासी संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में नाबालिग को बलात्कार के पश्चात निमर्म हत्या के विरोध में पुराना उपायुक्त कार्यालय चाईबासा के सामने धरना प्रदर्शन के माध्यम से कहना चाहते हैं कि आरोपी द्वारा 14-15 साल नाबालिग की की दिनांक 29 अगस्त, 2022 को बकरी चराने के दौरान गांव के ही विजय बारा द्वारा बलात्कार कर निर्मम हत्या किया गया था.

इसके पूर्व भी खुटपानी प्रखण्ड अर्न्तगत पाहाह गांव में बलात्कार कर हत्या किया गया और सदर प्रखण्ड के डॉफासाई में छ क्लास में पढ़ने वाली नाबालिग की बलात्कार कर निर्मम हत्या किया गया. सदर प्रखण्ड के करलाजुड़ी में भी बकरी चराने के दौरान नबालिग बच्ची का बलात्कार किया गया. इन सभी बलात्कार एवं हत्या की घटना में अधिकतर नशा कर कुकर्म को अंजाम दिया गया है.

आज कल के ग्रामीण इलाके और चाईबासा के स्कूलों में पड़ने वाले चरस और डेनड्राइड का नशा अत्यधिक मात्रा में किया जा रहा है. परिणाम सामने है, नशा के कारण सड़क दुघर्टनों में इजाफा हुआ है और रेलवे स्टेशन और बस स्टैन्ड को आसपास के चाय दुकानों में बीस और पच्चास रुपये का सफेद पुढ़िया मिलना आम बात है.

हम मांग करते हैं कि हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा दिलाया जाय और पीड़िता के परिवार को प्रावधानुसार मुआवजा दिया जाए. रेलवे और बस स्टैन्ड के चाय दुकानों में छापा मारकर नशा बेचने वालों के रैकट को चिन्हित कर उन पर कानूनी करवाई करें. गैरकानूनी धन्धा को खत्म किया जाए और हत्या / बलात्कार जैसे जघन्य अपराध को रोका जाए और चाईबासा के आस पास के ग्रामीण इलाके के बच्चे और चाईबासा के स्कूली बच्चे अधिकतर नशा कर रहे हैं. कॉलेज स्कूल एवं सभी हाई स्कूल के अधिकतर बच्चे नशा में लिप्त है. इसलिए सभी स्कूलों के प्राचायों को जिला प्रशासन बैठक कराये और संबंधित के अभिभावकों के साथ इस संबंध में बैठक कर नशा पर काबू किया जाए. हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा दिया जाए. ताकि भविष्य में इस प्रकार की जघन्य अपराध का पुर्नवृति न हो और पीड़िता के परिवार को मुआवाजा दिया जाए.

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