आदित्यपुर: बदलते सामाजिक परिवेश और महंगाई के बीच महिलाओं का आत्मनिर्भर होना अति आवश्यक है. महिलाएं आत्मनिर्भर होकर एक बेहतर जीवन शैली को प्राप्त कर सकती हैं. पारिवारिक जीवन में एक कुशल ग्रहणी होने की सारी खूबियां महिलाओं में होती हैं. जो महिलाओं के मैनेजिंग पावर को भी बखूबी दर्शाता है. लिहाजा महिलाओं में वह सारे गुण होते हैं जो एक सफल मैनेजर के लिए आवश्यक हैं. उक्त बातें आदित्यपुर नगर निगम वार्ड 17 की पार्षद नीतू शर्मा ने महिला स्वावलंबन और सशक्तिकरण के मुद्दे पर कहीं।
अक्सर देखा गया है कि महिलाएं शिक्षा प्राप्त करने के दौरान अति महत्वकांक्षी होती हैं. लेकिन शादी के बाद उन्हें करियर या परिवार दोनों के बीच सामंजस्य स्थापित करने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है. लेकिन एक वक्त के बाद जब परिवार पूरी तरह स्थापित हो जाता है, तो महिलाओं को अपने करियर को सजाने -संवारने का पूरा हक और अधिकार है। आज सरकार भी महिलाओं को आत्मनिर्भर स्वावलंबी बनाने के लिए प्रयासरत हैं.कई महत्वकांक्षी योजनाएं महिलाओं के लिए चलाई जा रही है. जिसका लाभ लेकर भी समाज में अपनी पहचान बना सकती हैं.
महिलाओं के आत्मनिर्भर होने के कई फायदे
पति के कमाई के साथ जब महिला बढ़-चढ़कर हाथ बांटाती है तो परिवार को एक आर्थिक संपन्नता प्राप्त होती है. बढ़ते मंगाई के इस दौर में परिवार में केवल पति के कमाने से ही सभी खर्चों को मेंटेन नहीं किया जा सकता. ऐसे में महिलाएं पति और परिवार को अपने आर्थिक संपन्नता से सहयोग कर सकती हैं. आर्थिक संपन्नता आने के बाद महिलाओं को घर परिवार के साथ समाज में भी मान सम्मान मिलने लगता है. आर्थिक संपन्न होने के चलते महिलाओं में एक सेल्फ रिस्पेक्ट के लिए भावना आती है जो उनके विकास में मददगार साबित होता है.
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