चाईबासा :- पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा में इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी जोबा माझी के नामांकन के बाद खूंटखटी मैदान में चुनावी जनसभा का आयोजन किया गया. इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन, इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी जोबा मांझी, सांसद महुआ मांझी, मंत्री दीपक बिरुवा, मंत्री बन्ना गुप्ता, विधायक सुखराम उरांव, विधायक निरल पूर्ति, कांग्रेस विधायक सोनाराम सिंकु, झामुमो प्रदेश महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य आदि मंचासीन रहे.

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मंच पर उपस्थित इंडिया गठबंधन के नेतागण

इस दौरान मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कोल्हान में भाजपा का खाता खुलने नहीं दिया था, उसी प्रकार इस लोकसभा में भी झारखंड की 14 की 14 सीटें जीतेंगे. जिस तरह से चिलचिलाती धूप में जनसैलाब उमड़ा है यह साबित कर दिया है कि पहले चरण के चुनाव में हमारी जीत पक्की है. झारखंड के विकास के लिए हमलोगों ने कई सारे काम किया. भाजपा कभी आदिवासी हित में नहीं सोचती. उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों से प्रत्याशी जोबा माझी को जीत दिलाकर गठबंधन के हाथ मजबूत करने का आह्वान किया.

मंच से संबोधित करते सीएम चंपई सोरेन

सिंहभूम लोकसभा प्रत्याशी जोबा मांझी ने कहा कि यह चुनाव साधारण नहीं है. यह हमारे प्रदेश के सम्मान का चुनाव है. पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के सम्मान का चुनाव है. हमारी लड़ाई जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए है. दिवंगत देवेंद्र मांझी ने आदिवासी और मूलवासी के हक और अधिकार की लड़ाई में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया. उन्होंने झारखंड में आदिवासी हक और अधिकार की रक्षा के लिए दिशोम गुरु शिबू सोरेन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया.

संबोधित करती कल्पना सोरेन

कल्पना सोरेन ने कहा कि ये सिंहभूम की धरती है. यहां की जनता शेर है. किसी के सामने नहीं झुकती है. आपकी ताकत न अंग्रेजों के सामने झुकी न अब तानाशाही सरकार के सामने झुकी है. भाजपा को उखाड़ फेंकना है जो आदिवासी मूलवासी का हक और अधिकार छीन लेना चाहती है.

उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज को बहुत बड़ा खतरा हो चुका है, जिस तरह मणिपुर की घटना हुई उसे याद करते हुए रोमरोम थर्रा उठता है. आदिवासियों की बात बड़ी बड़ी करते हैं लेकिन जब मणिपुर जल रहा था तब भाजपा के कोई नेता वंहा पैर तक नही रखे और ना ही कुछ बोलने का काम किया. यह है उनका आदिवासी प्रेम. कौन जुमलेबाजी करते हैं और कौन आपके झारखंड के लिए काम कर रहे हैं यह बात आपको समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि केवल झारखंड ही नहीं बल्कि देश भर में चुनाव है. एक तरफ पूंजीपति की पार्टी है, दूसरी तरफ गरीब दलित आदिवासी और अल्पसंख्यक की पार्टी है. 2019 में पूर्ण बहुमत से हेमंत सोरेन की अगुवाई में सरकार बनी. इसके बाद से लगातार भाजपा सरकार गिराने का प्रयास करती रही. इस दौरान हेमंत सोरेन कल्याणकारी योजना बनाते रहे. आदिवासी मूलवासी कल्याण के लिए काम करते रहे. सरकारी पदों पर नियुक्ति का काम भी होता रहा.

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने षड्यंत्र करके हेमंत सोरेन को जेल में डाल दिया. अब भी साजिश कर रही है. संविधान को बदलने की कोशिश कर रही है. उसमें हमारे हक और अधिकार निहित हैं. उन्हें शिथिल करने का प्रयास हो रहा है. आज हेमंत जेल में हैं इसलिए मुझे आपके बीच आना पड़ा. मैं उनका संदेश आपके बीच लेकर आई हूं.

सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने सभा को संबोधित करते हुए भाजपा को निशाने पर लेते हुए जोबा माझी को जिताने की अपील की. मंत्री दीपक बिरुवा, राज्यसभा सांसद महुआ माजी और झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी संबोधित किया.

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