Jamshedpur: जमशेदपुर शहर और इससे सटे सरायकेला की जानी-मानी रियल एस्टेट कंस्ट्रक्शन कंपनी समय कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड में पार्टनरों के बीच विवाद घर गया है कंपनी ने निदेशक राजेश कुमार सिंह पत्नी भारती सिंह को कंपनी निदेशक पद से मुक्त कर दिया है। इसके तहत 28 फरवरी को कंपनी द्वारा आयोजित आम बैठक में इन्हें शामिल नहीं किया गया और 3 मार्च को पब्लिक नोटिस के माध्यम से निदेशक पद से हटाए जाने का निर्णय दिया गया है जिस पर निदेशक राजेश कुमार सिंह एवं भारती सिंह ने कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए 50 करोड़ मानहानि का दावा किया है।


मंगलवार को प्रेस वार्ता आयोजित का निर्देशक राजेश सिंह एवं भारतीय सिंह ने बताया कि पिछले 32 वर्षों से इस ग्रुप को हमने अपनी मेहनत से सींचा है. बगैर हमारे जानकारी के हमें बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के निदेशक पद से हटाना पूरी तरह से गैर कानूनी है. इसमें पूरी तरह से न्यायालय के आदेश का अवमानना किया गया है. हमने पिछले साल 13 फरवरी को मिले नोटिस के बाद 14 फरवरी 2025 को एनसीएलटी में एक याचिका दायर की थी. इसके बाद 24 फरवरी 2025 को न्यायालय ने स्पष्ट आदेश दिया था कि बोर्ड के निदेशक मंडली में किसी तरह का भी बदलाव नहीं करना है, इसके बावजूद कंपनी के कुछ निदेशकों ने साजिशन 28 फरवरी को बैठक आयोजित कर मुझे और भारतीय सिंह को निदेशक पद से हटाने का एक तरफा निर्णय लिया जो न्यायालय की अवमानना है. राजेश सिंह ने इस फैसले के पीछे कंपनी में करोड़ों रुपए की हेरा फेरी को बताया. उन्होंने कहा कि हमने पहले ही संबंधित निदेशकों को सूचित किया था. इसी संदर्भ में कंपनी के बैंकर एक्सिस बैंक लिमिटेड को बैंक ऑपरेशन में बदलाव के लिए पत्र लिखा था. जिसमें कहा गया कि बैंक के किसी भी व्यवसाय में किन्हीं दो नहीं बल्कि चार निदेशकों अनूप रंजन, राम प्रकाश पांडे, राजेश कुमार सिंह और श्रीमती नूतन कुमारी के हस्ताक्षर के बाद ही कोई व्यवसाय हो। परंतु इस निवेदन को भी स्वीकार नहीं किया गया. हमनें इस मुद्दे को उठाया और किसी भी चार्टर्ड अकाउंटेंट से ऑडिट जांच करने की मांग के साथ- साथ वित्तीय लेनदेन को पारदर्शी बनाने की मांग की तो दुर्भावना से ग्रसित होकर मुझे और भारती सिंह को अवैध रूप से हटा देने का एकतरफ़ा साजिश रचा गया.इन्होंने दावा किया कि समय कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक वे आज भी हैं. इन्होंने निवेशकों को सूचित किया कि समय कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड का मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल यानी एनसीएलटी में लंबित है. सभी निवेशक निवेश करने से पहले विवेक पूर्ण निर्णय ले.ताकि भविष्य में किसी भी निवेशक को किसी भी प्रकार की परेशानी या हानि ना हो. क्योंकि कानूनी लड़ाई जब तक चलती रहेगी तब तक इसका असर कंपनी के प्रोजेक्ट पर भी पड़ सकता है. गौरतलब हैं कि समय कंस्ट्रक्शन के बोर्ड आफ डायरेक्टर में नूतन कुमारी, राजेश कुमार सिंह, अनूप रंजन, रश्मि नारायण, राम प्रकाश पांडे, राजीव कुमार, भारती सिंह एवं मीना देवी थे. बीते 28 फरवरी को इन्होंने बगैर राजेश कुमार सिंह एवं भारती सिंह को सूचित किये दोनों को बोर्ड आफ डायरेक्टर से निष्कासित कर दिया हैं इसके बाद यह बखेड़ा खड़ा हुआ है।
कंपनी हितों के विपरीत कंपनी को पहुंचा रहे थे नुकसान, औपचारिकताएं पूरी कर हटाया गया
कंपनी के निदेशकगण श्री राजेश कुमार सिंह एवं श्रीमती भारती सिंह को निदेशक पद से मुक्त किए जाने के मुद्दे पर निदेशक अनूपरंजन ने कहा है कि निर्देशक मंडली में शामिल सदस्यों ने नियम के अनुसार इन्हें पद मुक्त करने का निर्णय लिया गया। इस सम्बन्ध में कंपनी लॉ बोर्ड के तहत सभी औपचारिकताएं पूरी की गयी हैं। इन्होंने कहा कि उक्त निदेशक लम्बे समय से समय कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के हितों के विपरीत जाकर काम करते हुए इस कंपनी को नुकसान पहुंचा रहे थे। राजेश कुमार सिंह एवं भारती सिंह समय कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के मूल व्यवसाय के समांतर समान टाइटल और बैनर से समान प्रकृति के कतिपय ऐसे काम कर रहे थे। जो विवादों और कानूनी पचड़े में फसें हुए हैं और इन गतिविधियों से कंपनी ‘समय कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड’ की गुडविल को क्षति पहुंच रही थी। कंपनी के अपने बहुमूल्य ग्राहकों और आम जनता में ग़लतफहमी भी फैल रही थी।

इस संबंध में समय कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को स्पष्ट करना है की राजेश कुमार सिंह एवं भारती सिंह ने 28 फ़रवरी को संपन्न आम सभा की बैठक रोकने के लिए संबंधित कोर्ट नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल, कोलकाता बेंच, कोलकाता में अर्जी भी दी जिस पर कोर्ट ने आम सभा पर रोक लगाने की उक्त दोनों व्यक्तियों के आवेदन पर कोई स्थगनादेश नहीं दिया। कोर्ट के आदेश की प्रति संलग्न है। कोर्ट ने कहा कि निदेशक बोर्ड पर कोई स्थगनादेश नहीं दिया जा सकता, अलबत्ता शेयर होल्डिंग में बदलाव करने पर कोर्ट ने रोक लगायी। कंपनी का इरादा शेयर होल्डिंग में किसी प्रकार का बदलाव करने का नहीं था, सिवाय उक्त दोनों व्यक्तियों के कंपनी के हित के विपरीत काम करने और कतिपय विवादस्पद और गैरकानूनी मामलो में आरोपित होने के कारण निदेशक पद से हटाने का। तदनुसार श्री राजेश कुमार सिंह एवं श्रीमती भारती सिंह को निदेशक पद से हटाने का निर्णय हुआ है। श्री राजेश कुमार सिंह एवं श्रीमती भारती सिंह ने ‘समय होम्स प्राइवेट लिमिटेड’ तथा ‘समय होम्स’ के नाम से कंपनी और प्रतिष्ठान गठित कर मूल कंपनी समय कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के गुडविल का नाजायज ढंग से न सिर्फ निजी हित में लाभ लेने की कोशिश की, बल्कि समय होम्स प्राइवेट लिमिटेड तथा समय होम्स के बैनर तले धनबाद और गम्हरिया आदि जगहों पर कतिपय ऐसे काम आरम्भ किये जिन पर कई मुक़दमे दर्ज हो गए और ये काम अधर में लटके गए। यह स्थिति समय कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के गुडविल को सीधे क्षति पहुंचा रही थी। धनबाद में उनपर आपराधिक मामला भी दर्ज हुआ है।।समय कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड अपने ग्राहकों और निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए कटिबद्ध है। कंपनी में राजेश कुमार सिंह और भारती सिंह को हटाने के बाद अन्य निदेशक पूर्ववत् काम कर रहे हैं।

अनूप रंजन भी चला रहे समय रेजिडेंसी कंपनी: राजेश सिंह
राजेश कुमार सिंह एवं भारती सिंह ने समय कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के मूल व्यवसाय के समांतर समान टाइटल और बैनर से समान प्रकृति के उपयोग करने संबंधित आरोप पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि निदेशक अनूप रंजन भी समय रेजिडेंसी नामक कंपनी चला रहे हैं। जो समय कंस्ट्रक्शन के नाम से मेल खाता है। इन्होंने बताया कि अनूप रंजन की समय रेजिडेंसी प्राइवेट लिमिटेड वर्तमान में घोड़ाबांधा में रियल एस्टेट से जुड़े कार्य कर रही है। जिसके निदेशक में स्वयं अनूप रंजन एवं रश्मि नारायण शामिल है। इन्होंने कहा कि मिनिस्ट्री आफ कॉरपोरेट अफेयर्स के साइट पर संपूर्ण जानकारी उपलब्ध है। लिहाजा अनूप रंजन द्वारा कंपनी के नाम का दुरुपयोग किए जाने संबंधित आरोप लगाना सरासर निराधार व गलत है।