Chaibasa (चाईबासा): खनिज संपदा से परिपूर्ण नोवामुंडी प्रखण्ड के सेलदौरी गांव टोला केरेंदा साईं में लगभग 80 परिवार का समूह इन दिनों पेयजल की गंभीर समस्या से जूझ रहा है. गांव में पानी का जल स्तर नहीं मिलने के कारण पेयजल की गंभीर स्थिति बन गई है.

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ग्रामीणों को पानी के लिए 1 बजे रात से उठकर 2 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. जिला परिषद सदस्य जॉन मिरन मुंडा ने गांव का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने गांव के ग्रामीणों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं से रूबरू हुए. ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को रखते हुए कहा कि गांव के ग्रामीण इन दिनों पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं, उनकी सुध लेने वाला कोई नही है. कई बार विभिन्न राजनीतिक दलों के लोगों से संपर्क स्थापित कर अपनी समस्याओं को रखा लेकिन अब तक स्थिति में कोई सुधार होता नही दिख रहा है.

ग्रामीणों की बातों को सुनने के बाद जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि यहां पानी को पाइप लाइन से लाया जा सकता है और पानी का समस्या को दूर किया जा सकता है. दुःख इस बात का है कि जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरीन का इलाका होते हुए भी यह हाल है. लक्ष्मी सुरीन अध्यक्ष पद पर होते हुए भी अगर अपने इलाके के समस्या को दूर नहीं करा पा रही है. 80 प्रतिशत गांव के लोग पीने का पानी के लिए काफी परेशान हो रहे हैं. पीएचडी विभाग द्वारा लाया गया घर-घर नल योजना फेल है और भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया है. जॉन मिरन मुंडा ने पीएचडी विभाग से अपील किया कि इस पर जल्द से जल्द कारवाही होना चाहिए. ताकि ग्रामीणों को पेयजल संकट से नही जूझना पड़े.

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