सरायकेला: जिले के खरसावां स्थित बंद पड़े अभिजीत प्लांट से एक बार फिर बड़े पैमाने पर स्क्रैप कटिंग कर चोरी का गोरखधंधा जोरों पर है. बीते कुछ दिनों से कंपनी से रोजाना रात में स्क्रैप चोरी कर मालवाहक गाड़ियों पर लादकर स्क्रैप टाल और कंपनियों में बेचा जा रहा है, जिसमें स्थानीय थाना पुलिस की भूमिका संदिग्ध है।

 

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बताया जाता है कि हाल के दिनों मे एक बार फिर स्क्रैप माफियाओं के बड़े नेटवर्क ने अभिजीत प्लांट से रोजाना रात में स्क्रैप कटिंग कर कंपनी और स्क्रैप टाल में बेचे जाने का गोरखधंधा शुरू किया है. रोजाना देर रात  स्क्रैप लोडकर सरायकेला थाना क्षेत्र अंतर्गत कोलाबिरा स्थित एक कंपनी में बेचा जा रहा है, जो खरसावां से सिनी होते और कभी खरसावां से सरायकेला होते हुए कोलाबिरा पहुंचता है. बाद में आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित पम्मी धर्म कांटा के पास स्टॉक किया जाता है, जिसके कागजात तैयार कर जुगसलाई में ले जाकर में बेचा जा रहा है। इस मामले की शिकायत मिलने के बाद बीती रात सरायकेला डीएसपी हेड क्वार्टर प्रदीप उरांव के नेतृत्व में पुलिस ने एक ट्रक को जब्त किया है। ट्रक संख्या जेएच12जी 4709 को पुलिस ने पकड़कर खरकई टीओपी में लगाया है। इस ट्रक में कंपनी स्थापित करने में लगाया गया लोहे का एंगल, व कंपनी के अन्य सामाग्री शामिल है। इधर मामले को लेकर सरायकेला पुलिस अधीक्षक मनीष टोप्पो ने बताया कि स्क्रैप से लदा ट्रक पकड़ाया है, जिसकी जांच डीएसपी  कर रहे है। स्क्रैप से संबंधित आवश्यक कागजात की मांग की गयी है।

 

स्क्रैप चोरी गोरखधंधे में बड़ा गिरोह सक्रिय
खरसावां के अभिजीत प्लांट से रोजाना स्क्रैप चोरी कर बेचे जाने के गोरखधंधे में बड़ा गिरोह सक्रिय है। जिसमें कई स्क्रैप कारोबारी , बंद कंपनी में पहरेदारी कर रहे सुरक्षा गार्ड, समेत कई सफेदपोश शामिल हैं. बताया जाता है कि चुराए गए स्क्रैप को पहले कांटा पर ले जाकर वजन किया जाता है, जिसके बाद वजन के अनुसार तय किए गए कीमत का बटवारा नीचे से ऊपर तक जाता है, इसको धंधे में शामिल लोगों को प्रशासनिक और राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। पूरे गोरखधंधे से जुड़े कई अहमम जानकारियां प्राप्त हुई हैं, जिसका खुलासा आगे जल्द किया जाएगा.
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