• पहला चुनाव, पहली जीत! अलीनगर की जनता ने मैथिली ठाकुर को दिया ऐतिहासिक जनादेश
• युवा मतदाताओं और महिलाओं का मिला जबरदस्त समर्थन
• राउंड दर राउंड बढ़त ने साफ किया जीत का रास्ता
• मिथिला क्षेत्र में बीजेपी को मिला बड़ा मनोबल
Patna (पटना) : अलीनगर विधानसभा उपचुनाव के नतीजों ने शुक्रवार को नई राजनीतिक कहानी लिख दी, जब पहली बार चुनाव लड़ रहीं लोकगायिका-से-नेता बनीं मैथिली ठाकुर ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर बड़ी जीत हासिल की। अपने शुरुआती राजनीतिक सफर में ही जीत दर्ज कर उन्होंने मिथिला क्षेत्र की राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ दिया है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मैथिली ठाकुर ने अलीनगर सीट पर बनाई प्रभावशाली बढ़त

मतगणना के शुरूआती राउंड में ही बढ़त बनाने के बाद यह साफ हो गया था कि अलीनगर की जनता इस बार बदलाव के मूड में है। राउंड दर राउंड बढ़त बढ़ती गई और आखिरकार मैथिली ठाकुर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को हराते हुए जीत अपने नाम दर्ज कर ली।
“जनता ने मुझे अपनाया… मैं निशब्द हूँ”: मैथिली ठाकुर
जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए भावुक मैथिली ने कहा—
“ये मेरी जीत नहीं है, जनता की जीत है जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया।
मैं निशब्द हूँ… अभी भी इस ऐतिहासिक पल को महसूस कर रही हूँ।”
उन्होंने कहा कि यह जीत सिर्फ राजनीति की जीत नहीं, बल्कि अलीनगर की बेटी के प्रति जनता के प्रेम और विश्वास की जीत है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि वे राजनीति में सेवा की भावना लेकर आई हैं और आने वाले समय में “जनता की समस्याओं को सबसे पहले सुनना और हल करना ही उनका पहला लक्ष्य” होगा।
पहली बार चुनाव, पहली बार ऐतिहासिक जीत
अलीनगर सीट पर इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा। एक तरफ अनुभवी राजनीतिक चेहरे थे, और दूसरी तरफ पहली बार मैदान में उतरीं 25 वर्षीय युवा कलाकार मैथिली ठाकुर।
उनकी लोकप्रियता, ईमानदार छवि और जनता से जुड़ाव ने उन्हें तेजी से बढ़त दिलाई।
ग्रामीण बूथों से लेकर नगर पंचायत क्षेत्रों तक, अधिकतर इलाकों में उन्हें जबरदस्त समर्थन मिला।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार,
युवाओं,
महिलाओं
और पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं ने
मैथिली ठाकुर को खुलकर समर्थन दिया।
मिथिला में नई राजनीति की दस्तक
मैथिली ठाकुर सिर्फ एक विजेता नहीं, बल्कि मिथिला की नई पहचान बनकर उभरी हैं।
उनके समर्थकों का कहना है कि वे “संस्कृति, समाज और सेवा” — इन तीन बातों को लेकर आगे बढ़ेंगी।
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि:
BJP के लिए मिथिला क्षेत्र में यह जीत एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला कारक है।
RJD के लिए यह एक चुनौती है क्योंकि अलीनगर उनकी परंपरागत मजबूती का क्षेत्र माना जाता था।
और जनता के लिए— एक नई उम्मीद।
अब चुनौतियाँ और उम्मीदें
जीत के बाद क्षेत्रवासियों की नज़रें अब इन मुद्दों पर होंगी:
सड़कों और संपर्क मार्गों का विकास
शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं की सुधार
क्षेत्र में रोजगार के अवसर
महिलाओं और युवाओं के लिए विशेष योजनाएँ

