चाईबासा : चाईबासा सर्किट हाउस रोड पर नवस्थापित शहीद पोटो हो चौक पर शुक्रवार को सेरेंगसिया घाटी शहीद दिवस मनाया गया। इस दौरान कोल्हान स्टूडेंट यूनियन तथा आदिवासी हो समाज महासभा के पदाधिकारियों ने पोटो हो की सांकेतिक प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बलिदान व संघर्ष को याद किया गया।
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झारखंड पार्टी के युवा जिलाध्यक्ष सह कोल्हान स्टूडेंट यूनियन के संरक्षक रेयांस सामड ने कहा कि सेरेंगसिया घाटी में 1837 को अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जो युद्ध लड़ा गया था पोटो हो ने उसका नेतृत्व किया था। उन्होंने आदिवासी अस्मिता व जल, जंगल व जमीन की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। लेकिन उनको आज उतना सम्मान नहीं दिया जा रहा है जितना मिलना चाहिये। देश की आजाद को 75 साल व झारखंड बने 23 साल बीत गये। बावजूद आज भी हम आदिवासियों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। विकास के नाम पर विस्थापन जारी है। सीएनटी व एसपीटी जैसे मजबूत कानून बनने के बाद भी आज आदिवासियों की जमीनें दिकुवों द्वारा बेखौफ़ होकर लूटी जा रही हैं। शहीद पोटो हो को सम्मान तभी मिलेगा, जब सीएनटी-एसपीटी एक्ट का अक्षरश: पालन होगा। मौके पर सुरा बुड़ीउली, मनोज लागुरी, रवींद्र आल्डा, राहुल बिरूवा, शिशिर बिरूवा, सोना हांसदा, भवेंद्र पाठ पिंगुवा आदि उपस्थित थे ।