Chaibasa :- जवाहर नवोदय विद्यालय, पश्चिमी सिंहभूम मे बालक और बालिकाओं के बीच मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी गई. इस दौरान मासिक धर्म की जानकारी की कमी, मिथक व गलत अवधारणा को दूर करने के लिए नवोदय अलुमनी असोसिशन ऑफ झारखंड (नाज) व विद्यालय प्रबंधन के संयुक्त तत्वाधान में मानसिक स्वास्थ स्वास्थ्य एवं मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन कार्यशाला सह सैनिटरी पैड वितरण कार्यक्रम आयोजित की गयी.

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मुख्य वक़्ता के रूप में यूनिसेफ इंडिया के प्रोग्राम मैनेजर राजेश यादव जी ने मासिक धर्म च्रक को बारीकी से समझाते हुए सभी को कहा कि अगर महिलाएं और बच्चियाँ अपने दैनिक दिनचर्या को स्वास्थ्य वर्धक बनाएंगे. अगर किशोरियाँ और महिलाएँ स्वयं से जुड़े सच और भ्रांति में फर्क कर सच को अपनाकर भ्रांति को अस्वीकार करने का साहस कर पाएंगे, तो ही अपने राष्ट्र के प्रतिनिधित्व की जिम्मेदारी का वहन कर सकते हैं.

इस दौरान वह छात्रों को मासिक धर्म के दौरान शरीर में होने वाले बदलाव, साफ सफाई, पैड्स एवं मेंस्ट्रुअल कप का उपयोग करने का सही तरीका के बारे में भी बताये, साथ ही बताया कि पहले माहवारी और माहवारी ऐसे विषय हैं जिन पर खुलकर बात नहीं होती. जिसे सही जानकारी और शिक्षा की कमी होती है.

यूनिसेफ के प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर संजय भारती सर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें मासिक धर्म संबंधी रूढ़िवादी विचारधारा से लोगो को अलग करना है, ये कोई बीमारी नहीं है बल्कि यह प्राकृतिक की देन है.

पूर्ववर्ती छात्रा, डॉक्टर डोली टुडू ने मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बच्चों को जानकारियां दी. जिसमें मानसिक स्वास्थ्य के तीन भागों के बारे में बतलाया और अवसाद, हाइपर एक्टिविटी और कनेक्टिव डिसऑर्डर इन तीनों के बारे में बच्चों को अच्छी तरह से जानकारी दी.

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्राचार्या जेके माला और वॉइस प्रिंसिपल पंकज गुप्ता के द्वारा कार्यक्रम को सफ़ल बनाने के लिए सभी को धन्यवाद दिया गया.

नाज के प्रतिनिधि बेबी गुप्ता एवं तनुजा पाट पिंगुवा के द्वारा बच्चियों को सेनेटरी नैपकिन बांँटा गया. कार्यक्रम मे कई शिक्षक व विधार्थीगण आदि सहयोगी प्रमुख रुप से उपस्थित रहे.

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