Chaibasa : मझगांव प्रखंड मुखिया संघ के समर्थन में मझगांव विधायक निरल पूर्ति भी उतर चुके हैं। विधायक निरल पूर्ति ने कहा कि मझगांव थाना प्रभारी की शिकायत पहले भी मेरे तक आई थी। लेकिन एक बार मौका दिया गया था। बार-बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों और जनता के साथ गलत व्यवहार करना एक पदाधिकारी को शोभा नहीं देता है। इससे सरकार की छवि खराब होती है। ऐसे पदाधिकारियों के रहने से आपसी तालमेल बनाने में स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वही जरूरतमंद लोग अपनी शिकायत लेकर भी थाना तक नहीं पहुंच पाते। इस प्रकार के पदाधिकारी के रहने का कोई मतलब नहीं है। ऐसे पदाधिकारियों पर उच्च पदाधिकारी जल्द से जल्द कार्रवाई कर उन्हें हटाए और एक सक्षम पदाधिकारी मझगांव थाना में नियुक्त करें।

 

मझगांव प्रखंड मुखिया संघ के द्वारा जिस प्रकार का आरोप लगाया गया है वह काफी गंभीर है। उच्च पदाधिकारियों को इस पर जांच कर सख्त निर्णय लेना चाहिए। खुले तौर पर प्रखंड के सभी मुखिया, प्रमुख, उप प्रमुख थाना प्रभारी के विरोध में डीसी, एसपी से मिलने पहुंच रहे हैं यह गंभीर मामला है। इस पर निश्चित रूप से कार्रवाई होनी चाहिए। झारखंड सरकार जनप्रतिनिधि और स्थानीय जनता के साथ मिलकर राज्य का विकास बेहतर तरीके से कर रही है। इस प्रकार के पदाधिकारी रहने से स्थानीय जनता अपनी समस्या और शिकायत लेकर नहीं पहुंच पाते । पदाधिकारी को जनता की सेवा के लिए चुनकर भेजा जाता है , उनका ही व्यवहार अगर गलत होगा तो जनता किसके पास अपनी बात रख सकती है। इसलिए उच्च पदाधिकारी इस पर बेहतर निर्णय लेते हुए एक सक्षम पदाधिकारी की नियुक्ति मझगांव थाना में करें जो जनता की समस्या और उनका हमदर्द बन कर काम करें।

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