Dhanbad (DN PANDEY) : धनबाद के एक सख्श के द्वारा नवम्बर महीने में किये गए शिकायत के आलोक में धनबाद में बीसीसीएल के विभिन्न कोलियरी इलाकों में कोयले के अवैध खनन की जांच करने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) की टीम पहुंची. अवैध खनन के दर्जनों खदान के बन्द मुहाने और आनन फानन में की गई डोजरिंग को देख टीम अवाक रह गयी. इससे पूर्व रांची एवं कोलकाता से आई NGT की टीम ने राजीव रंजन एवं नोडल पदाधिकारी सह धनबाद उपायुक्त संदीप सिंह के नेतृत्व में बीसीसीएल(BCCL) के अलग- अलग कोलियरी इलाको का मुआयना किया. जिसमे लोदना इलाके के लक्ष्मी कोलियरी, पहाडीगोड़ा, सुरूँगा समेत कई अन्य इलाके शामिल हैं.
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जानकारी के अनुसार इस इलाके में अवैध कोयले का कारोबार कोई यादव नामक शख्स कर रहा है. जिसका सारा अवैध कारोबार का देखरेख चौहान नामक एक सफेदपोश नेता कर रहे हैं. जो पूर्व में नेतागिरी भी कर चुके हैं अभी यादव के अवैध कारोबार का सारा देखरेख उसी के द्वारा होता है. टीम को कई जगहों पर अवैध माइनिंग के ऐसे सबूत मिले. जिसे छुपाने के लिए तस्करों ने जल्दी बाजी कर दी थी. टीम का नेतृत्व रांची से पहुंचे राजीव रंजन कर रहे थे.
कहीं सुरंग बनाकर पाताल से रस्सी के सहारे कोयला निकालने का निशान तो कहीं बांस और चारली की मदद से अवैध खदानों को ढककर टीम की आंख में धूल झोंकने की कोशिश की गई थी. एक नहीं दो नहीं बल्कि दर्जनों ऐसे अवैध खदान मिले जहां कोयले के अवैध खनन का ताजा सबूत मौजूद था. जंगल झाड़ियों में कोयले को छुपा कर रखा गया था, तो कहीं चप्पल और पानी की बोतले बिखरी पड़ी थी. टीम ने एक-एक सबूत को कैमरे में कैद किया और उसकी जियो टैगिंग भी की.
मीडिया से बात करते हुए टीम ने स्वीकार किया कि उन्हें अवैध उत्खनन के कई सबूत मिले हैं. जिसका रिपोर्ट को एनजीटी को सौंपेंगे. टीम ने कई स्थानीय लोगों से बात भी की. अवैध उत्खनन स्थल पर जिन लोगों का घर था उनसे बात की और जानने का प्रयास किया कि किन लोगों के द्वारा खुलेआम चौबीसों घंटे कोयले के अवैध खनन को अंजाम दिया जाता है. लेकिन तस्करों का खौफ कुछ इस कदर हावी था कि कोई व्यक्ति मुंह खोलने को तैयार नहीं हुआ. उन्होंने टीम के सामने अपनी मजबूरियां गिनाई.
बता दें कि जब टीम सुरंगा इलाके में पहुंची तो स्थानीय तस्करों से जुड़े हुए कुछ लोग भी एनजीटी की निरीक्षण टीम के इर्द-गिर्द आकर खड़े हो गए और आपस में कानाफूसी होने लगी पता चला की यादव, चौहान, डी महतो समेत अन्य लोगों के द्वारा कोयले का उत्खनन से लेकर उसे देश के अलग अलग मंडियो तक पहुंचाने का काम किया जाता है.
वहीं मीडिया से बात करते हुए धनबाद उपायुक्त ने बताया कि नवंबर माह में हुए शिकायत के आलोक में चार सदस्यीय टीम आज जांच करने पहुंची है. कई जगहों पर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इलीगल माइनिंग हो रही है. जिला प्रशासन सीआईएसएफ और BCCL के सहयोग से इसे बंद करने की दिशा में कदम उठाया जाएगा और वैसे लोग जो इसमें इंवॉल्व होंगे, जिन रैयतो की जमीन से अवैध उत्खनन हो रहे हैं, चिन्हित कर उनलोगों पर कार्यवाई सुनिश्चित की जाएगी.