Chaibasa :- राम्भा कॉलेज ऑफ एजुकेशन गितिलता B.Ed सत्र 2020-2022 के छात्रों में कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गंगाधर पंडित से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा.
राम्भा कॉलेज के छात्रों ने कुलपति के पास शिकायत करते हुए कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय की ओर से निर्धारित फीस 1 लाख 40,000 लेने का निर्धारित किया गया था. लेकिन राम्भा कॉलेज प्रशासन द्वारा डरा धमका कर 1 लाख 80,000 रुपये वसूली की जा रही है. कोल्हान विश्वविद्यालय द्वारा जो नोटिस जारी किया गया था. उस नोटिस पर साफ-साफ लिखा हुआ था. सरकारी और गैर सरकारी एक समान B.ED शुल्क लेने का आदेश दिया गया था.

केयू छात्रसंघ अध्यक्ष सनातन पिंगुवा ने कहा कोल्हान विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सरकारी और गैर सरकारी B.ED कॉलेजों मे एक समान फीस लेने का आदेश था. कोल्हान विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई नोटिस में साफ तौर पर लिखा हुआ था. सभी कॉलेजों में सेम फीस लिया जाए और कोरोना महामारी के वजह से भी 2020-2022 बैच के छात्रों को फीस में विशेष छूट दिया जाने का आदेश था. लेकिन राम्भा कॉलेज ऑफ एजुकेशन गितिलत के छात्रों को डरा धमका कर 40,000 रुपये अधिक लिया जा रहा है, जो कि गलत है. विश्वविद्यालय प्रशासन को अभिलंब संज्ञान में लेकर राम्भा कॉलेज प्रशासन पर करवाई करना चाहिए. साथ ही साथ जितनी भी स्टूडेंट से अधिक शुल्क लिया गया है. ऐसे विद्यार्थियों को अभिलंब वापस लौटा दिया जाए और बहुत सारे विद्यार्थी अंतिम सेमेस्टर का परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाए हैं. ऐसे विद्यार्थियों के लिए दोबारा वेबसाइट ओपन किया जाए. ताकि कोई भी विद्यार्थी पढ़ाई से वंचित ना हो अन्यथा आंदोलन के बाध्य होंगे.

छात्र नेता संजीव कुमार मुर्मू ने कहा सभी विद्यार्थी सुदूर वर्ग इलाको से बीएड की पढ़ाई करने के लिए आते हैं. और जब भी B.Ed के चेयरमैन से बात करने जाते हैं. ऊंची आवाजों में डराने का प्रयास करते है और यह भी कहते हैं, परीक्षा में बैठने नही देने का भी धमकी देता है और इंटरनल मार्क्स मे फेल कर देने का भी धमकी देता है. कोल्हान विश्वविद्यालय प्रशासन से अनुरोध करता हूं इन समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए अभिलंब करवाई किया जाए. कई सारे विद्यार्थियों से 1 लाख 80,000 रुपए लिया जा चुका है, अभिलंब 40,000 रुपये वापस करें.

लक्ष्मीकांत मुखी ने कहा कॉलेज प्रशासन अपना मनमानी करते हुए सारे विद्यार्थियों से डरा धमका कर अधिक पैसा वसूली की जा रही है, जोकि कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. कोल्हान विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित राशि पर ही B.Ed की कोर्स पूरी होनी चाहिए थी. लेकिन राम्भा कॉलेज के प्रशासन अपना मनमानी कर रही है और 1 लाख 80,000 रुपये लेना कतई उचित नहीं है इसका मैं जोर शोर से विरोध करता हूं. इस मौके पर अजय मुंडा, सुशांति बोयफाई, अनीता हेम्बोम, स्वेता हेस्सा, नेहा सरदार, आदि उपस्थित थे.

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