Adityapur: हम यूं ही नहीं कह रहे है कि बालू के खेल में पुलिस ने कर दिया खेला, जिस पुलिस को गाड़ियों को जब्त करने की जिम्मेवारी थी. आरोपियों को गिरफ्तार करने की जिम्मेवारी थी और अवैध उत्खन्न बंद करने की जिम्मेवारी थी. वहीं पुलिस रात में मौके पर पहुंचती है और गाड़ियों को वहां से भगा देती है. यानी की पुलिस ने अवैध उत्खन्न के इस खेल में शामिल होकर खेला कर रही है. अब इस मामले को जब कोल्हान डीआईजी ने संज्ञान में लेकर मामले की जांच के लिए एसडीपीओ को निर्देश दिया है तो पुलिस के हाथ-पांव फूले हुए है.
रात के अंधेरे में ग्रामीणों ने खनन में लगे ट्रैक्टर को पकड़ा
थानेदार का दावा है कि पुलिस के पहुंचते ही सभी ट्रैक्टर लेकर भाग गये. जबकि घंटो से ग्रामीणों गाड़ियों को अपने कब्जे में ले रखा था. बता दें कि बीती रात आरआइटी थाना क्षेत्र के आसंगी गांव स्थित खरकई नदी तट पर अवैध उत्खन्न कर रहे छ: ट्रैक्टर को ग्रामीणों ने पकड़ लिया था. इस दौरान ग्रामीणों और बालू माफिया में टकराव की स्थिति बनी हुई थी. मामले की सूचना जब आरआइटी पुलिस को मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के कब्जे से सभी ट्रैक्टर को छुड़ाते हुए उसे भगा दिया.
पहले भी होता रहा है अवैध बालू खनन
आसंगी नदी घाट से अवैध उत्खन्न मामले में पूर्व में वहां के एक बिल्डर द्वारा सीधे तौर पर आरआइटी थाना प्रभारी पर पैसे लेकर बालू घाट से अवैध उत्खन्न का आरोप लगा चुके है. आरोप लगने के बाद काफी दिनों तक यहां बालू का उत्खन्न बंद रहा. लेकिन एक बार फिर से यहां अवैध बालू उत्खन्न का काम शुरू हो गया. इस अवैध उत्खन्न से तंग ग्रामीण जब खुद मोर्चा संभाला तो पुलिस पहुंची और कार्रवाई के बजाये सभी गाड़ियों को भगा दिया. सुत्रों की माने तो माफिया इसके लिए मोटी रकम हर सप्ताह पुलिस तक पहुंचाती है.
क्या है मामला
बीती रात आरआइटी थाना क्षेत्र के आसंगी गांव के ग्रामीणों ने खरकई नदी तट से अवैध बालू को उत्खन्न करते छ: ट्रैक्टर को पकड़ा था. जिसकी सूचना पुलिस को दी गयी. लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस कार्रवाई के बजाये सभी गाड़ियों को भगा दिया. इस मुद्दे पर डीआईजी कोल्हान अजय लिंडा ने बताया कि मीडिया के माध्यम से अवैध उत्खन्न की जानकारी मिली है. इस मामले को लेकर सरायकेला एसडीपीओ को जांच का निर्देश दिया गया है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। अवैध उत्खन्न पर पुलिस की कार्रवाई जारी रहेगी. इसमें कोई पुलिस पदाधिकारी भी दोषी पाये जाते है तो उनपर सख्त कार्रवाई होगी.
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