Saraikela: मणिपुर राज्य में दो आदिम जनजाति महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया जाने मामले को लेकर पूरे देश में उबाल है. इधर घटना की निंदा करते हुए मंत्री चंपई सोरेन ने भी मणिपुर में भाजपा की डबल इंजन सरकार के विरुद्ध कड़ी प्रतिक्रिया दी है. मंत्री ने कहा कि ऐसे सरकार को फौरन इस्तीफा दे देना चाहिए.
मणिपुर में महिलाओं के साथ घटित हुई घटना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड सरकार के आदिवासी कल्याण एवं परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने सरायकेला जिले के आदित्यपुर स्थित कार्यालय में कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए वह कम है. उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार का दंभ भरने वाली राज्य सरकार को फौरन नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए, उन्होंने कहा कि घटना पर देश के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा संज्ञान लेने पर केंद्र की सरकार चीर निद्रा से जागी है. मंत्री ने कहा कि आदिवासी महिलाओं के साथ घटित हुई यह घटना 140 करोड़ आबादी वाले देश के लिए शर्मसार घटना है. उन्होंने कहा कि आज भारत चांद तक पहुंचने के जुगत में है, आधुनिक युग में महिलाओं के प्रति ऐसी सोच रखकर घटना को अंजाम देना नीच मानसिकता को दर्शाता है. जिससे साबित होता है कि सरकार वहां विफल है.
जिस देश की राष्ट्रपति महिला आदिम जनजाति से वहां ऐसी घटना का होना बड़ी बात
मंत्री चंपई सोरेन ने मणिपुर कि भाजपा समेत केंद्र की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि जिस देश में राष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च पद पर एक आदिवासी महिला आसीन है, वहां आदिवासी महिलाओं के साथ ऐसी घटना होना बड़ी शर्मनाक बात है. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में सभी जिम्मेदार को फौरन संज्ञान लेना चाहिए .मंत्री ने कहा कि बीते 77 दिनों से भी अधिक समय से वहां हिंसा के बीच स्थिति बेकाबू हो रही है. ऐसे में केंद्र सरकार वहां हिंसा को रोकने में पूरी तरह विफल है.