सरायकेला: जल संसाधन विभाग अंतर्गत गम्हरिया प्रखंड स्थित खरकई नदी पर बने गांजिया बराज से लिफ्ट इरीगेशन और पाइपलाइन से सालों भर सिंचाई के लिए खेतों तक पानी उपलब्ध करने के उद्देश्य से 356 करोड़ के योजनाओं का मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने गुरुवार को शिलान्यास व उद्घाटन किया.
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मुख्यमंत्री चंपई सोरेन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत खरकई नदी तट पर स्थित गांजिया बराज से सिंचाई परियोजना शिलान्यास कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे, इससे पूर्व मुख्यमंत्री का सरायकेला जिला प्रशासन द्वारा गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया ,मुख्यमंत्री के साथ कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, ईचागढ़ की विधायक सविता महतो, खरसावां विधायक दशरथ गागराई, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल, सुवर्णरेखा परियोजना के प्रशासक मंजूनाथ भजंत्री, जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख नागेश्वर मिश्रा शिलान्यास कार्यक्रम में उपस्थित रहे. मंत्री ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया ,इस मौके पर गांजिया बराज से ऊंचाई पर स्थित भीमखंदा सिंचाई परियोजना समेत लिफ्ट इरीगेशन व पाइप लाइन के माध्यम से 12 से भी अधिक पंचायत को सालों भर रबी फसल सिंचाई के उद्देश्य से भरपूर पानी उपलब्ध कराने संबंधित योजनाओं का मुख्यमंत्री ने शिलान्यास किया, अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि यहा के 12 से भी अधिक पंचायत को अब सालों भर सिंचाई के लिए भरपूर पानी उपलब्ध होगा, जिसमें किसान एक नहीं बल्कि तीन-तीन फसले साल भर में उगा सकेंगे, उनके आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली डबल इंजन की सरकार ने इस परियोजना को खटाई में डालने का काम किया है, किसानों के खेतों का जबरन अधिग्रहण नहीं होगा बल्कि पाइपलाइन से भरपूर पानी उपलब्ध होगा।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गांजिया बराज के तर्ज पर ही चांडिल डैम से भी अब पाइपलाइन के माध्यम से खेतों तक पानी पहुंचाया जाएगा, 116 से भी अधिक डूब क्षेत्र वाले गांव में सालों भर पानी उपलब्ध होगा। चांडिल डैम से नीमड़ीह प्रखंड समेत पटमदा प्रखंड के भी गांव तक पानी पहुंचाने का काम किया जाएगा. खरकई नदी पर गजिया बराज से सटे हुए नए पुल का भी निर्माण होगा, जिससे औद्योगिक क्षेत्र के आगमन की सुगमता बढ़ेगी।
निजी कंपनियों को मुनाफे का दो प्रतिशत झारखंडियों पर करना होगा खर्च
सिंचाई परियोजना से जुड़े कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि खनिज संपदा से भरपूर झारखंड को लूटने का काम किया गया है ,झारखंड से लोह अयस्क व खनिज निकालने वाले कंपनियां ने अगर अपने मुनाफे का 2% भी झारखंड के आदिवासी पर खर्च कर दिया होता तो, आज झारखंड की सूरत बदल गई होती, लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा, 75% स्थानीय लोगों को रोजगार देने के कानून के साथ अब दो प्रतिशत निजी कंपनियों को मुनाफा खर्च किए जाने संबंधित कानून सरकार बनाएगी, मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के प्राइमरी स्कूलों में अब उड़िया, बांग्ला, हो, उरांव, संथाल जैसे भाषाओं की पढ़ाई होगी साथ ही इन भाषाओं के शिक्षकों की भी जल्द बहाली होगी।
लोकसभा चुनाव में भाजपा का नहीं खुलेगा खाता
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि जिस प्रकार से विधानसभा चुनाव में कोल्हान प्रमंडल के सभी 14 सीटों पर भाजपा के एक एमएलए का भी खाता नहीं खुल सका है, ठीक उसी प्रकार झारखंड के 12 लोकसभा सीट से भी एक भी भाजपा प्रत्याशी की जीत नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने अपने शासनकाल में प्राइमरी स्कूल बंद कर किसान मजदूर के बेटे को शिक्षा से वंचित रखा है, जिसका खामियाजा इन्हें भुगतना होगा। कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री समेत सम्मानित अतिथियों ने 50 वर्षीय एससी -एसटी महिलाओं को पेंशन स्वीकृति प्रदान करने हेतु प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया.