Saraikela: जिले में सुवर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना के तहत निर्मित गंजिया बराज और संजय नदी पर प्रस्तावित कैनाल निर्माण के विरोध में शुक्रवार को सरायकेला जिला मुख्यालय पर सैकड़ों की संख्या में आदिवासी -मूलवासी रक्षा मोर्चा के बैनर तले अध्यक्ष सह मुख्य सलाहकार संग्राम मार्डी के नेतृत्व में महा जुटान हुआ.

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आदिवासी मूलवासी पारंपरिक वेशभूषा से सुसज्जित लोगों ने पैदल मार्च करते हुए सरायकेला जिला मुख्यालय उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर योजनाओं को अविलंब रद्द करने की मांग की. इस मौके पर उपायुक्त कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय सामूहिक सांकेतिक भूख हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन के द्वारा विरोध जताया.इस मौके पर आदिवासी मूलवासी भूमि रक्षा मोर्चा के अध्यक्ष ने संग्राम मार्डी ने कहा कि बिना ग्राम सभा के ग्रामीणों को बिना सूचना दिए गंजिया बराज में सौंदर्यीकरण और केनाल का निर्माण किया जा रहा है,जो कि गलत है.इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. संग्राम मार्डी ने बताया कि पेसा कानून अधिनियम पांचवीं अनुसूचित क्षेत्र की व्यवस्थित अधिनियम कानून के तहत ग्राम सभा गंजिया बराज को खारिज करता है.इस मौके पर ग्राम प्रधान विरधान मांझी ने भी दोनों योजनाओं को तत्काल रद्द किए जाने की पुरजोर मांग की. उन्होंने कहा कि आज आदिवासी हितों की रक्षा करने के लिए केंद्र और राज्य में स्थानीय सांसद और विधायक मंत्री बने बैठे हैं ,बावजूद इसके आदिवासी हितों की रक्षा ना होना घोर चिंता का विषय है. मौके पर आयोजित सभा को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया. यहां प्रमुख रूप से राजेश हांसदा  ग्राम प्रधान सह मांझी बाबा चौड़ा,बिरसा सेना से दिनकर कछयप, झारखंड पूर्णउथान सनी सिंकु, पूर्व विधायक बहादुर उरॉव, वार्ड सदस्य रुकमणी हांसदा, शिव राम बास्के , दशरथ हेंब्रम ,भगवत बास्के, शिवनाथ बेसरा, भरत हांसदा,साकरो मझियाईंन तुलसी हांसदा आदि लोग उपस्थित थे.

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