जमशेदपुर: विधायक सरयू राय ने अपने विधायकी के तीन साल का लेखा- जोखा पेश करते हुए पिछले एक साल में किए गए कार्यों एवं अगले एक साल के कार्य योजना की जानकारी मीडिया से साझा की.
श्री राय ने अपने विधानसभा क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं को सिलसिलेवार ढंग से बताते हुए उनके समाधान एवं विकल्प को लेकर किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उनके प्रयास से टाटा कमांड एरिया एवं उससे बाहर के लोगों को बिजली और पानी मिल रही है. इसके लिए सभी इलाकों में को- ऑर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है जो विभाग एवं कंपनी के साथ मिलकर क्षेत्र के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि कहीं- कहीं कुछ स्थानीय समस्याओं को लेकर विवाद है जिसे मिल बैठकर सुलझा लिया जाएगा. इसके अलावा विरासत में मिले समस्याओं के मुद्दे पर विधायक सरयू राय ने कहा, कि मालिकाना हक, म्युनिसिपालिटी, मोहरदा जलापूर्ति योजना और बेतरतीब शहरीकरण की समस्या उन्हें विरासत में मिली है, जिसके समाधान को लेकर विधानसभा में सैकड़ों बार अलग-अलग माध्यम से उन्होंने आवाज उठाए, मगर राज्य सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार की नाकामी भी गिनाई. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के अधिकारी और मंत्री जमशेदपुर को शंघाई बनाने की बात करते थे, जो कागजों पर ही सिमट कर रह गए हैं. जमीनी हकीकत कुछ और ही है. इसके अलावा कंपनी कमांड एरिया में बसे बस्तियों में सीवरेज ड्रेनेज की समस्या पर भी उन्होंने चर्चा की. साथ ही समाधान के उपाय बताते हुए उस पर काम करने की बात कही.
भाजपा- झामुमो से है बराबर दूरी
इस मौके पर एक सवाल के जवाब में विधायक सरयू राय ने कहा कि झामुमो और भाजपा से उनकी बराबर दूरी है और ऊंट किस करवट लेगा यह भविष्य के गर्त में है. वही जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय होने के मुद्दे पर विधायक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दौरा और गतिविधि बढ़ाने से स्थानीय विधायक सह मंत्री घबराते हैं. मंत्री पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि स्वर्ग लोक में तपस्या करने पर भगवान इंद्र को सिहासन डोलने का खतरा रहता था. ठीक उसी प्रकार मंत्री जी भी अपने क्षेत्र में सक्रिय होने पर सिहासन डोलने से खौफजदा रहते हैं।